भारत के समर्थन में उतरे एशिया पैसिफिक देश, सुरक्षा परिषद में अस्थाइ सदस्यता का किया समर्थन

एशिया-पैसिफिक ग्रुप संयुक्त राष्ट्र ने सर्वसम्मति से साल 2021-22 के कार्यकाल के लिए सुरक्षा परिषद की गैर-स्थायी सीट के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Wed, 26 Jun 2019 12:01 PM (IST) Updated:Wed, 26 Jun 2019 12:01 PM (IST)
भारत के समर्थन में उतरे एशिया पैसिफिक देश, सुरक्षा परिषद में अस्थाइ सदस्यता का किया समर्थन
भारत के समर्थन में उतरे एशिया पैसिफिक देश, सुरक्षा परिषद में अस्थाइ सदस्यता का किया समर्थन

 नई दिल्ली, एएनआइ। यूएन की सुरक्षा परिषद (United Nation Security Council) में भारत की अस्थाइ सदस्यता का एशिया पैसिफिक के देशों (Asia Pacific Group) ने समर्थन किया है। इस बात की जानकारी संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने दी है। उन्होंने बताया कि एशिया-पैसिफिक ग्रुप संयुक्त राष्ट्र ने सर्वसम्मति से साल 2021-22 के कार्यकाल के लिए सुरक्षा परिषद की गैर-स्थायी सीट के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है।

Syed Akbaruddin, India's Permanent Representative to the United Nations: Asia-Pacific Group UN unanimously endorses India’s candidature for a non-permanent seat of the Security Council for 2 year term in 2021/22. (file pic) pic.twitter.com/wHUBXp9ZSi

— ANI (@ANI) June 26, 2019

यूएन सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य देश होते हैं। 15 में से पांच देशों अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटंन और चीन इसके स्थाई सदस्य हैं। बाकी बचे 10 देश इसमें अस्थाई तौर पर शामिल है। अस्थाई देशों का हर 2 साल का कार्यकाल होता है, जिसके बाद चुनाव द्वारा फिर सदस्यता तय की जाती है।

बता दें कि हाल ही में जर्मनी ने संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्‍थाई सीट दिए जाने की वकालत की थी। भारत में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे. लिंडनर ने कहा था कि अबतक 1.4 अरब जनसंख्‍या वाला देश भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्‍थाई सदस्‍य नहीं है। यह एक तरह से उसको नहीं सुनने जैसा है। ऐसा नहीं चल सकता क्योंकि इससे संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की विश्वसनीयता को चोट पहुंचती है।

भारत संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद के लंबे समय से लंबित पड़े सुधारों को लेकर दबाव बनाता रहा है। भारत कहता रहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र की महत्त्वपूर्ण संस्था में एक स्थायी सदस्य के तौर पर उचित जगह का हकदार है। इस साल की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने सुरक्षा परिषद की सदस्यता बढ़ाने का समर्थन किया था।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी