22 हजार 473 कागज की कश्ती बना कटक ने गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में बनायी जगह

बाली यात्रा मेला में कागज की कश्ती मुहिम में 2121 छात्र-छात्रा शामिल होकर 35 मिनट के अंदर 22 हजार 473 कागज की कश्ती बनाकर यह खिताब हासिल किया है। इससे कटक शहर व जिले के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Wed, 16 Nov 2022 01:30 PM (IST) Updated:Wed, 16 Nov 2022 01:30 PM (IST)
22 हजार 473 कागज की कश्ती बना कटक ने गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में बनायी जगह
कटक बारबाटी स्टेडियम में गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के लिए कागज की कश्ती बनाते विभिन्न स्कूल के छात्र छात्रा।

कटक, जागरण संवाददाता। कटक की ऐतिहासिक बाली यात्रा मेला के इतिहास में विश्व रिकार्ड्स का एक नया पन्ना जुड़ गया है। रिकॉर्डस संख्या में कागज की कश्ती तैयार कर कटक गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाई है। इसके साथ ही साथ एक नया इतिहास रचा है।

कागज की कश्ती मुहिम में 2121 छात्र-छात्रा शामिल

कटक नगर निगम की ओर से बारबाटी स्टेडियम में चलने वाली कागज की कश्ती मुहिम में 2121 छात्र-छात्रा शामिल होकर 35 मिनट के अंदर 22 हजार 473 कागज की कश्ती बनाकर यह खिताब हासिल किया है। इससे पहले 1304 लोगों ने एक ही जगह पर कागज की कश्ती तैयार कर विश्व रिकार्ड कायम किया था।

उस रिकार्ड को पीछे छोड़ते हुए कटक ने यह शोहरत हासिल की है। विश्व रिकार्ड्स में कटक को जगह मिली है। इसको लेकर कटक शहर व जिले के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

बाली यात्रा का एक प्रमुख रश्म "बोइत बंदान" यानी कश्ती की स्वागत व पूजा-अर्चना जैसी स्वतंत्र परिकल्पना को लेकर यह पहल की गई थी और उसे यादगार करने के लिए बाली यात्रा के दौरान निगम की ओर से कागज की कश्ती तैयार कर गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड जगह बनाने के लिए प्रयास की गई थी। उस संस्थान के अधिकारियों की मौजूदगी में यह पहल की गई थी।

22 स्कूल से 3000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने बनायी कागज की कश्‍ती

जिसके लिए कटक के कुल 22 स्कूल से 3000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने कागज की कश्ती की इस मुहिम में शामिल होने के लिए नाम पंजीकरण किया था। जिनमें से 2121 छात्र छात्राओं को चुना गया था और चुने जाने वाले तमाम छात्र छात्राओं को लेकर 25 से अधिक ग्रुप तैयार किया गया और यह ग्रुप विभिन्न रंग के ओरीगामी कागज की कश्ती तैयार किए। इसे तैयार करते समय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लंदन में मौजूद गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्डस दफ्तर से उसका मूल्यांकन की गई।

संस्थान की ओर से तैनात थे 70 अधिकारी

कागज की कश्ती तैयार करने की तकनीक को देखने के लिए 70 अधिकारियों को संस्थान की ओर से तैनात किया गया था। इसके अलावा जापान से आए ओरीगामी नाव के जानकार भी इस में शामिल हुए । कश्ती तैयार किए जाने की तकनीकी, कागज की वजन,आकार और गुणवत्ता को वह परीक्षा किए। संपूर्ण कार्यक्रम को देखने के बाद लंदन में मौजूद गिनीज वर्ल्ड रिकार्डस कार्यालय से आने वाले एडजूडिकेटर व विचारक के तौर पर ऋषि नाथ शामिल हो कार्यक्रम का संचालन किया ।

35 मिनट के अंदर 30 से 36 कागज की कश्ती बनायी

हर एक छात्र-छात्रा 35 मिनट के अंदर 30 से 36 कागज की कश्ती बनायी। नाव बनाए जाने के बाद तमाम कागज के कश्तियों को गिनती की गई और वीडियो कान्फ्रेंसिंग से लंदन से देखने वाले विचारक ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में कटक के नाम को दर्ज किया।फिर विधिवत घोषणा भी किया।

अंत में ऋषि नाथ ने कटक के मेयर सुभाष सिंह को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स का सर्टिफिकेट प्रदान किए। इस मौके पर निगम के डिप्टी मेयर दमयंती माझी, जिलाधीश भवानी शंकर चयनी, डीसीपी पिनाक मिश्र, कटक नगर निगम के कमिश्नर निखिल पवन कल्याण, जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण चंद्र नायक प्रमुख मौजूद थे।

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