Nawakhai festival 2020: ओडिशा में तीन दिवसीय नुआखाई पर्व की धूम, जानें क्यों मनाया जाता है ये पर्व
Nawakhai festival 2020 ओडिशा में एक परंपरा के रूप में मनाये जाने वाले तीन दिवसीय नुआखाई पर्व की शुरुआत हो गयी है हालांकि कोरोना महामारी के बीच लोग इसे घर में रहकर ही मना रहे हैं।
भुवनेश्वर, एएनआइ। पश्चिमी ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में मनाया जाने वाला तीन दिवसीय नुआखाई त्योहार, रविवार से शुरु हो गया। एक परंपरा के रूप में मनाये जाने वाले इस त्योहार पर लोग बम्पर फसल और अच्छी बारिश के लिए आभार के रूप में देवताओं की पूजा करते हैं। लेकिन कोरोना महामारी के बीच लोग इस साल ये पर्व घर में ही मना रहे हैं और पुजारी अकेले मंदिरों में अनुष्ठान कर रहे हैं। नुआखाई ओडिशा में मनाया जाने वाला विशेष पर्व है, इसे गणेश चतुर्थी के ठीक अगले दिन मनाया जाता है नुआखाई किसानों का त्योहार है जिसे नाबन्ना के नाम से भी जाना जाता है।
गांव के लोगों का कहना है कि ये एक वर्षो पुरानी परंपरा है इस दिन धान के दाने से खीर, चिवड़ा, भोजन में मिश्रित कर अन्नदाता एवं आराध्य देवी देवता को भोग चढ़ाया जाता है। आदिवासी परिवारों का कहना है कि बस्तर संस्कृति में रीति-रिवाज का महत्व आज भी बरकरार है उन्होंने बताया कि इस त्योहार के शुभ अवसर पर नया कपड़े खरीद कर परिवार के बच्चों महिलाओं को प्रदान करना घर के मुखिया का पहला दायित्व होता है, जिससे इस त्यौहार में उत्साह बना रहता है। गांव के पुजारी के अनुसार बच्चों द्वारा बांस की गेड़ी बनाकर एक जगह पर पूजा अर्चना कर गेड़ी चढ़ायी जाती है, जो नुआखाई त्यौहार के दूसरे दिन बासी तिहार तक चलता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को देशवासियों को किसानों के त्योहार ‘नुआखाई’ की बधाई व शुभकामनाएं दीं। पीएम मोदी ने अन्नदाताओं की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से ही देश का पेट भरता है। बता दें कि ‘नुआखाई’ देश के कई इलाकों खासकर ओडिशा में प्रमुख तौर पर मनाए जाने वाला कृषि त्योहार है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, 'नुआखाई का हमारे किसानों की मेहनत का पर्व है। उनके ही प्रयासों से देश का पेट भरता है।' उन्होंने कहा, 'यह शुभ दिन सभी के जीवन में समृद्धि लाए और सभी को अच्छी सेहत प्रदान करे। नुआखाई जुहार।'