सिकुड़ रहा है दुनिया का सबसे ऊंचा पहाड़ माउंट एवरेस्ट, भारत जांच में जुटा

भारतीय सर्वेक्षण विभाग के महासर्वेक्षक स्वर्ण सुब्बा राव ने बताया कि हम एक अभियान दल को माउंट एवरेस्ट के लिए रवाना कर रहे हैं।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Publish:Wed, 25 Jan 2017 04:53 AM (IST) Updated:Wed, 25 Jan 2017 09:23 AM (IST)
सिकुड़ रहा है दुनिया का सबसे ऊंचा पहाड़ माउंट एवरेस्ट, भारत जांच में जुटा
सिकुड़ रहा है दुनिया का सबसे ऊंचा पहाड़ माउंट एवरेस्ट, भारत जांच में जुटा

हैदराबाद, जेएनएन। नेपाल में दो साल पहले आए भूकंप के बाद से दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत माउंट एवरेस्ट छोटा हो गया है? इसी सच्चाई को सामने लाने के लिए भारतीय सर्वेक्षण विभाग माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई दोबारा मापेगा।
भारतीय सर्वेक्षण विभाग के महासर्वेक्षक स्वर्ण सुब्बा राव ने बताया कि हम एक अभियान दल को माउंट एवरेस्ट के लिए रवाना कर रहे हैं। एवरेस्ट की ऊंचाई की घोषणा, अगर मैं गलत नहीं हूं तो 1855 में की गई थी। बहुत से लोगों ने इसकी ऊंचाई नापी लेकिन भारतीय सर्वेक्षण विभाग की माप को आज भी सही ऊंचाई माना जाता है।

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भारतीय सर्वेक्षण विभाग के अनुसार एवरेस्ट की उंचाई 29,028 फुट है, अब इसे दोबारा नापने की तैयारी चल रही है. सर्वेक्षण विभाग के मुताबिक, नेपाल में दो साल पहले भीषण भूकंप आया था, इसके बाद से ही वैज्ञानिक समुदाय को शक है कि एवरेस्ट सिकुड़ रहा है, दोबारा नाप कराने का यह एक कारण है। इसके अलावा दूसरा कारण यह है कि यह वैज्ञानिक अध्ययन और प्लेट की गति को समझने में भी सहायता करता है।

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राव ने एक कार्यक्रम से इतर कहा कि इसके लिए आवश्यक मंजूरी मिल चुकी है और यह अभियान एक माह में शुरू हो जाएगा। इस काम में एक महीना लग जाएगा और डाटा जारी करने में 15 दिन और लगेंगे।

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