रघुबर दास ने मंत्रिमंडल पर ली आलाकमान की मुहर

झारखंड में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले भाजपा नेता रघुबर दास ने अपने मंत्रिमंडल के नामों पर पार्टी आलाकमान की सहमति ले ली है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के दौरान उन्होंने राज्य सरकार में सहयोगी पार्टी आजसू की स्थिति को लेकर भी चर्चा की।

By manoj yadavEdited By: Publish:Sat, 27 Dec 2014 08:52 PM (IST) Updated:Sat, 27 Dec 2014 08:57 PM (IST)
रघुबर दास ने मंत्रिमंडल पर ली आलाकमान की मुहर

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। झारखंड में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले भाजपा नेता रघुबर दास ने अपने मंत्रिमंडल के नामों पर पार्टी आलाकमान की सहमति ले ली है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के दौरान उन्होंने राज्य सरकार में सहयोगी पार्टी आजसू की स्थिति को लेकर भी चर्चा की। राज्य का पहला गैर आदिवासी मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें अपने मंत्रिमंडल में आदिवासी नेताओं को तवज्जो देनी पड़ सकती है।

झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता रघुबर दास ने अमित शाह के साथ लंबी बातचीत में अपने मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर विस्तार से चर्चा की। इस मुलाकात के बाद दास ने कहा, 'पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात में बहुत अच्छी बातचीत हुई। मैंने सरकार गठन पर चर्चा की है। अब पार्टी के फैसले के मुताबिक काम करूंगा।' हालांकि पार्टी से मिले निर्देश के बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया, लेकिन माना जाता है कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों और जातियों के बीच संतुलन के साथ ही आदिवासी और गैर आदिवासी मंत्रियों की संख्या को लेकर भी उन्हें निर्देश दिए गए हैं। रघुबर दास राज्य के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे। उधर, विपक्षी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने इसे मुद्दा बनाते हुए शनिवार को राज्य में बंद का आयोजन किया। ऐसे में भाजपा पर आदिवासी नेताओं को पर्याप्त तवज्जो देने का दबाव होगा। रविवार को ही दास मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

राज्य विधानसभा की 81 सीटों में भाजपा को खुद जहां 37 सीटें मिली हैं, वहीं उसके चुनाव पूर्व गठबंधन की सहयोगी पार्टी आजसू को पांच सीटें मिली हैं। ऐसे में सरकार बनाने के लिए उसे आजसू को सरकार में रखना जरूरी होगा। अभी पार्टी ने यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि राज्य में आजसू को कितने मंत्रिपद दिए जाएंगे।

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