राजमार्गो के किनारे बनेंगे एक हजार 'हाईवे विलेज' व 'हाईवे नेस्ट'

एनएचएआइ को योजना के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब तक 183 स्थानों पर जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Thu, 03 Aug 2017 08:40 PM (IST) Updated:Thu, 03 Aug 2017 08:40 PM (IST)
राजमार्गो के किनारे बनेंगे एक हजार 'हाईवे विलेज' व 'हाईवे नेस्ट'
राजमार्गो के किनारे बनेंगे एक हजार 'हाईवे विलेज' व 'हाईवे नेस्ट'

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अब भारत के लोगों को भी विदेशों की तरह राजमार्गो पर आराम और खानपान की विश्र्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। इसके लिए राजमार्गो पर हर पचास किलोमीटर की दूरी पर 'हाईवे विलेज' और हाईवे नेस्ट नाम से कम से कम 1000 स्थानों पर सुविधाएं स्थापित की जाएंगी। यहां चालक और सवारियां खाने-पीने व आराम करने के अलावा वाहनों की छोटी-मोटी मरम्मत करवा सकेंगी।

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को हाईवे विलेज तथा हाईवे नेस्ट का ब्रांड लोगो जारी किया। उन्होंने कहा कि हाईवे विलेज और हाईवे नेस्ट में रेस्त्रां, फूड प्लाजा, कार, बस व ट्रकों के लिए पार्किंग, ढाबा, पेट्रोल व गैस स्टेशन, रिपेयर शॉप, रेस्ट रूम, डॉरमेट्री, खुदरा सामान की बिक्री के लिए खोखे जैसी तमाम सुविधाएं होंगी। हाईवे विलेज पांच एकड़ से अधिक जमीन पर और हाईवे नेस्ट इससे कम जमीन पर बनेंगे।

अमेरिका, यूरोप जैसी सुविधाएं 

गडकरी ने इस बात पर अफसोस जताया कि हमारे देश में राजमार्गो पर यूरोप, अमेरिका जैसी सुविधाएं नहीं हैं। इसलिए हमने निजी भागीदारी में इस कमी को दूर करने का निश्चय किया है। इससे चालकों व सवारियों के अलावा स्थानीय किसानों व शिल्पकारों को भी लाभ मिलेगा, क्योंकि उनके उत्पाद बिकेंगे। यात्री नागपुर से संतरे, नासिक से अंगूर तथा हिमाचल प्रदेश से सेब खरीद सकेंगे। सरकार इन स्थानों पर पेट्रोल पंप व गैस स्टेशन स्थापित करने के अलावा मुक्त प्रवेश की व्यवस्था करेगी।

183 स्थानों पर जमीन अधिग्रहण 

राजमार्ग मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार अलग-अलग लोगों की आवश्यकता के अनुसार हाईवे विलेज व नेस्ट की तीन श्रेणियां होंगी। एनएचएआइ को योजना के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब तक 183 स्थानों पर जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। इनमें से 34 के लिए निविदाएं आमंत्रित की जा चुकी हैं। इनमें से 11 पहली श्रेणी के, 19 दूसरी श्रेणी के और 4 तीसरी श्रेणी के हैं। अक्टूबर के अंत तक इनके कांट्रैक्ट अवार्ड कर दिए जाएंगे। अगस्त अंत तक 30 और स्थानों तथा सितंबर अंत तक बाकी सभी 119 स्थानों के लिए निविदाएं आमंत्रित कर ली जाएंगी और दिसंबर अंत तक सभी के कांट्रैक्ट अवार्ड करने का इरादा है।

आम लोग भी जुड़ सकते हैं 

हाईवे नेस्ट योजना से आम लोगों को भी जोड़ा जाएगा। जिन लोगों के पास हाईवे के नजदीक एक हेक्टेयर से ज्यादा जमीन है वे एनएचएआइ से संपर्क कर फै्रंचाइजी ले सकते हैं। उन्हें एनएचएआइ द्वारा प्रदत्त प्रारूप के अनुसार सुविधाएं विकसित करनी होंगी। लैंड यूज कन्वर्जन, ब्रांडिंग, लोगो, साइनेज, सुविधाओं के स्तर आदि के विषय में उन्हें एनएचएआइ की ओर से हर तरह की सहायता प्रदान की जाएगी।

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