चेन्नई का ऐसा स्कूल, जहां अनिवार्य है धोती

चेन्नई। राज्य के क्लब में भले ही जज को धोती की वजह से प्रवेश न दिया गया हो, यहां एक ऐसा स्कूल भी है, जहां छात्रों और शिक्षकों के लिए धोती पहनकर अनिवार्य है। चेन्नई के पश्चिमी ममबल्म में स्थित तमिलनाडु सरकार द्वारा सहायता प्राप्त श्री अहोबिला मैथ ओरिएंटल हायर सेकेंड्री स्कूल, पिछले साठ सालों से इस नियम का पालन कर

By Edited By: Publish:Sun, 20 Jul 2014 06:51 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jul 2014 06:51 PM (IST)
चेन्नई का ऐसा स्कूल, जहां अनिवार्य है धोती

चेन्नई। राज्य के क्लब में भले ही जज को धोती की वजह से प्रवेश न दिया गया हो, यहां एक ऐसा स्कूल भी है, जहां छात्रों और शिक्षकों के लिए धोती पहनकर अनिवार्य है।

चेन्नई के पश्चिमी ममबल्म में स्थित तमिलनाडु सरकार द्वारा सहायता प्राप्त श्री अहोबिला मैथ ओरिएंटल हायर सेकेंड्री स्कूल, पिछले साठ सालों से इस नियम का पालन कर रहा है। यहां छठी से लेकर इंटर तक के छात्रों के लिए धोती और सफेद शर्ट पहनना अनिवार्य है। पुरुष शिक्षकों के लिए भी धोती पहनने का नियम है।

स्कूल की प्रिंसिपल एन उमा के मुताबिक, 1953 में स्कूल की स्थापना से ही हम इस नियम का पालन कर रहे हैं। इसके साथ ही स्कूल में अपनी संस्कृति को बनाए रखने के लिए वेदों की जानकारी भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि स्कूल में सभी वर्गो और धर्मो के छात्रों के लिए धोती पहनकर आना जरूरी है। स्कूल में लड़कियों के लिए तमिलनाडु की पारंपरिक आधी धोती (पावादई थवनी) यूनिफार्म निर्धारित है।

स्कूल में पढ़ने वाले 12वीं कक्षा के आर सत्यनारायणन और एस बाबू तथा आठवीं में पढ़ने वाले जी हरिहरन ने बताया कि वे धोती पहनकर पूरी तरह आरामदायक महसूस करते हैं। जींस और पैंट के दौर में धोती पहनने पर खिंचाई के सवाल पर वे बताते हैं कि इसके बजाय अपनी संस्कृति की गरिमा बनाए रखने के लिए हमारा सम्मान किया जाता है।

गौरतलब है कि राज्य सरकार धोती पहनने वालों को प्रवेश से रोकने वाले क्लबों के खिलाफ कानून बनाकर कार्रवाई की योजना बना रही है। कुछ दिन पहले हाईकोर्ट के वर्तमान जज को धोती पहनने की वजह से तमिलनाडु क्रिकेट क्लब में जाने से रोक दिया गया था।

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