मोदी पर दुविधा से बाहर निकली भाजपा

चिंतन-मंथन, लंबी रस्साकसी और संघ के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार भाजपा निर्णय तक पहुंच गई है। सब कुछ सामान्य रहा तो प्रधानमंत्री पद की दावेदारी के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का औपचारिक एलान 12-17 सितंबर तक हो जाएगा। संघ प्रमुख मोहन भागवत से हुई गुफ्तगू के बाद पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सभी को दो टूक कह दिया है, मैं मोदी के पीछे चंट्टान की तरह अडिग हूं। दरअसल उन्हें इसका अहसास है कि इस मामले में संघ भी उनके साथ खड़ा है।

By Edited By: Publish:Sun, 08 Sep 2013 04:53 AM (IST) Updated:Sun, 08 Sep 2013 04:56 AM (IST)
मोदी पर दुविधा से बाहर निकली भाजपा

नई दिल्ली [प्रशांत मिश्र]। चिंतन-मंथन, लंबी रस्साकसी और संघ के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार भाजपा निर्णय तक पहुंच गई है। सब कुछ सामान्य रहा तो प्रधानमंत्री पद की दावेदारी के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का औपचारिक एलान 12-17 सितंबर तक हो जाएगा। संघ प्रमुख मोहन भागवत से हुई गुफ्तगू के बाद पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सभी को दो टूक कह दिया है, मैं मोदी के पीछे चंट्टान की तरह अडिग हूं। दरअसल उन्हें इसका अहसास है कि इस मामले में संघ भी उनके साथ खड़ा है।

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विदेश से लौटते हुए एक ओर जहां प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने परोक्ष रूप से राहुल गांधी को कांग्रेस में पीएम का अगला दावेदार ठहरा दिया। वहीं, भाजपा की तैयारी भी पूरी हो गई है। प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पर भाजपा का अंदरूनी संघर्ष अब दम तोड़ गया है। पिछले कुछ दिनों में खुद सरसंघचालक की मध्यस्थता के बाद मोदी के नाम के विरोधियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि फैसले की घड़ी आ गई है। इसे टाला नहीं जा सकता। चुनौती की तरह खड़े किए जा रहे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सफाई देकर मोदी को भोपाल आमंत्रित कर लिया है। शिवराज ने कहा है कि उन्हें विधानसभा चुनाव से पहले भी मोदी की उम्मीदवारी की घोषणा से कोई आपत्ति नहीं है। मोदी को 25 सितंबर को भोपाल आमंत्रित कर उन्होंने यही स्पष्ट किया है कि वह उनके साथ खड़े हैं। मोदी ने भी उनका निमंत्रण स्वीकार लिया है। 25 सितंबर को दीनदयाल उपाध्याय का जन्मदिवस है।

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सरसंघचालक आडवाणी और सुषमा स्वराज से पहले ही मिल चुके हैं। राजनाथ ने पूरे आकलन के बाद मन बना लिया है। केंद्र से लेकर प्रदेश तक के नेताओं को फैसले का संकेत भी दे दिया गया है। माना जा सकता है कि प्रधानमंत्री के चेहरे का एलान 12 से 17 सितंबर के बीच किसी भी दिन हो जाएगा। पहले इस एलान के लिए 15 सितंबर का मन बना था, लेकिन 17 को मोदी का जन्मदिन होने के कारण अभी तिथि का कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है। संभवत: हर तरफ से मिल रहे शुभ संकेतों के बाद ही मोदी ने भी अपना कैनवास बड़ा करना शुरू कर दिया है।

शनिवार को उन्होंने राजनाथ के साथ छत्तीसगढ़ के सरगुजा में रमन सिंह की विकास यात्रा को संबोधित किया। अब 10 सितंबर को वह राजस्थान में मुख्यमंत्री की दावेदार वसुंधरा राजे के निमंत्रण पर जयपुर में होंगे। इसके बाद 15 को वह हरियाणा में रेवाड़ी जा रहे हैं, जबकि 29 को दिल्ली में उनकी रैली होगी। उत्तर प्रदेश इकाई ने भी उनका कार्यक्रम मांगा है। उत्तर प्रदेश में स्थान कौन सा होगा, यह अभी तय नहीं। टीम मोदी उत्तर प्रदेश के लिए एक व्यापक कार्यक्रम तैयार कर रही है। इस महीने भले ही वह एक कार्यक्रम करें, लेकिन अगले महीने से उत्तर प्रदेश में उनके धुआंधार कार्यक्रम होने वाले हैं।

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