मुख्यमंत्री जन संवाद में फर्जी शिकायत कर लाभ दिलाने के लिए 10 लाख की मांग

शिक्षा विभाग से पारिवारिक पेंशन एवं अन्य मृत्यु लाभ से संबंधित दावे के भुगतान के लिए फर्जी व्यक्ति की ओर से मुख्यमंत्री जन संवाद में शिकायत करने का मामला प्रकाश में आया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jan 2019 06:31 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jan 2019 06:31 PM (IST)
मुख्यमंत्री जन संवाद में फर्जी शिकायत कर लाभ दिलाने के लिए 10 लाख की मांग
मुख्यमंत्री जन संवाद में फर्जी शिकायत कर लाभ दिलाने के लिए 10 लाख की मांग

संवाद सहयोगी, चाईबासा : शिक्षा विभाग से पारिवारिक पेंशन एवं अन्य मृत्यु लाभ से संबंधित दावे के भुगतान के लिए फर्जी व्यक्ति की ओर से मुख्यमंत्री जन संवाद में शिकायत करने का मामला प्रकाश में आया है। वहीं उक्त व्यक्ति द्वारा सही लाभुक से लाभ दिलाने के लिए 10 लाख रुपये की मांग की गई थी। मामले की जानकारी होने पर घाघरी गांव निवासी मृतक शिक्षक मोहन ¨सह महली के पुत्र अयुष महली ने मुख्यमंत्री जन संवाद में शिकायत कर कहा है कि कुछ दिन पूर्व मेरे घर पर कुछ लोग आए थे जिन्होंने स्वंय को शिक्षा विभाग काकर्मी बताकर मुख्यमंत्री जन संवाद में शिकायत के लिए एक पत्र पर मुझसे जबरन हस्ताक्षर करवा लिया था, जिसमें साधु चरण कुंटिया नामक व्यक्ति भी शामिल था। पत्र पर हस्ताक्षर से मना करने पर वे लोग धमकाने लगे तो मैंने डर से उक्त कागज पर हस्ताक्षर कर दिया है। जन संवाद के शिकायत पत्र में एक मोबाइल संख्या दिया गया है वह भी मेरा नहीं है न ही मेरे किसी रिश्तेदार का है। शिकायत पत्र में किए गए सभी शिकायत निराधार हैं। अयुष ने बताया कि उसके पिता का देहांत सेवा काल में 14 नवंबर 2014 को बीमारी के कारण हो गया था। पिता मृत्यु के पूर्व अवकाश लेकर विद्यालय कार्य से अनुपस्थित रहे थे। मृत्यु के बाद दलाल शिक्षक एवं बिचौलियों के द्वारा सेवांत लाभ का काम करने के लिए मेरी माता से संपर्क किया गया तथा जाली मृत्यु प्रमाण पत्र, पारिवारिक सूची एवं आधार कार्ड उन बिचौलियों के द्वारा ही बनवाया गया था, ऐसा बिचौलियों के द्वारा इसलिए किया गया क्योंकि अनुपस्थित अवधि को कार्य दिवस दिखाकर मासिक वेतन भुगतान प्राप्त कर वह राशि हड़प सकें। वहीं सभी कार्य कराने के लिए बदले में उन लोगों ने मेरी माता से 10 लाख रुपये की मांग भी की थी। मेरी माता ने इतनी मोटी रकम देने से इंकार करने पर बिचौलियों द्वारा उस समय कार्य छोड़ दिया गया। इसी दौरान कुछ समय बाद मेरी माता ने दूसरी शादी कर ली तो मैं खुद काम करवा रहा था, विभाग से नियमित रूप से कार्य हुआ, जिसके बाद मुझे विभाग से पिता के कार्य के दौरान अर्जित अवकाश के समतुल्य राशि का भुगतान प्राप्त हुआ है। इसकी जानकारी होने पर बिचौलिए फिर से मेरे पीछे लगकर पैसे की मांग करने लगे। वहीं साधु चरण कुंटिया के द्वारा झूठी खबर अखबार में प्रकाशित कर विभाग एवं जन संवाद को भी गुमराह किया जा रहा है।

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