एचईसी विस्‍थापितों ने रांची में निकाली बड़ी रैली, रामेश्‍वर उरांव बोले- सरकार उनका हक दिलाएगी

Jharkhand News Ranchi रांची के पुराने विधानसभा मैदान में एचई सी विस्थापितों के हक अधिकार पुनर्वास की मांग को लेकर रैली निकाली गई। रैली में झारखंड कांग्रेस के कई नेता पहुंचे। विस्‍थापित बैनर लेकर रैली स्‍थल तक पहुंचे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 14 Mar 2021 04:29 PM (IST) Updated:Sun, 14 Mar 2021 04:36 PM (IST)
एचईसी विस्‍थापितों ने रांची में निकाली बड़ी रैली, रामेश्‍वर उरांव बोले- सरकार उनका हक दिलाएगी
Jharkhand News Ranchi रांची में रैली में इकट्ठा हुए विस्‍थापित। जागरण

रांची, जासं। Jharkhand News Ranchi एचईसी हटिया विस्थापित परिवार समिति के तत्वाधान में रविवार को रांची के पुराना विधानसभा मैदान में बड़ी रैली का आयोजन किया गया। मांडर के विधायक बंधु तिर्की, खिजरी विधायक राजेश कश्यप, अजय नाथ शाहदेव, कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय, राजेश ठाकुर, संजय पांडेय, वासवी किड़ो ने रैली को संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड सरकार के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव मौजूद रहे। अपने संबोधन में रामेश्वर उरांव ने कहा कि एचईसी की स्थापना के समय विस्थापित परिवारों से किया गया वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है।

यही कारण है कि कंपनी को अपनी जमीन देने वाले परिवार आज भी न्याय और हक के लिए अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड गठन के बाद से राज्य में सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली पार्टी ने एचईसी विस्थापितों के हक को हमेशा से नजरअंदाज किया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार विस्थापित हुए परिवारों को उनका हक दिलाने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मांडर विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि झारखंड में जिस तरह से जमीनों की लूट हुई है, उससे यहां के आदिवासी मूलवासी लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया गया है। सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से भोली भाली जनता को गरीबी और बदहाली की हालत में छोड़कर उनकी जमीन और संपत्तियों पर कब्जा कर लिया गया। अब इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

विस्थापित हुए परिवारों को उनका अधिकार देना ही होगा। उन्होंने कहा कि जितनी जमीन में एचईसी की स्थापना हुई, उससे कहीं अधिक जमीन पर अवैध लोगों ने कब्जा कर लिया। यह गरीबों की जमीन की खुली लूट थी। रैली में हजारों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया गया।

chat bot
आपका साथी