सत्ता से बेदखल भाजपा को खरमास की फांस, 25 विधायक 15 दिनों बाद भी नहीं चुन पाए अपना नेता

रविवार को भाजपा कार्यालय में विधायक दल की औपचारिक बैठक तो हुई लेकिन नेता का चयन नहीं किया गया। नेता का चयन अब 14 जनवरी के बाद होगा नेताओं को अच्छे दिन का इंतजार है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Mon, 06 Jan 2020 07:37 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jan 2020 10:24 AM (IST)
सत्ता से बेदखल भाजपा को खरमास की फांस, 25 विधायक 15 दिनों बाद भी नहीं चुन पाए अपना नेता
सत्ता से बेदखल भाजपा को खरमास की फांस, 25 विधायक 15 दिनों बाद भी नहीं चुन पाए अपना नेता

रांची, राज्य ब्यूरो : झारखंड की सत्ता गंवा चुकी भाजपा को खरमास का फेर लगा है. विधानसभा चुनाव में सत्ता से बाहर होने वाली भाजपा अब अच्छे व खराब दिन पर कुछ अधिक ही ध्यान दे रही है। यही वजह है कि उसने विधायक दल के नेता का चयन खरमास बाद तक के लिए टाल दिया है। रविवार को भाजपा कार्यालय में विधायक दल की औपचारिक बैठक तो हुई लेकिन नेता का चयन नहीं किया गया। भाजपा विधायक दल के नेता का चयन अब 14 जनवरी के बाद होगा। जाहिर है सोमवार से शुरू होने वाले झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त रहेगा।  

रघुवर ने ली विधायकों की बैठक 

भाजपा प्रदेश कार्यालय में नागरिकता संशोधन कानून पर आयोजित कार्यशाला के बाद विधायकों की बैठक पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ली। सहमति बनी कि विधायक दल के नेता के बगैर ही पार्टी सदन में बैठेगी। पार्टी के वरिष्ठ विधायक अन्य विधायकों का मार्गदर्शन करेंगे। इसके लिए नीलकंठ सिंह मुंडा, सीपी सिंह और अनंत ओझा को अधिकृत किया गया। बैठक के बाद पूर्व मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने भी इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक दल के नेता का पद फिलहाल खाली रहेगा। भाजपा में खरमास में कोई काम नहीं किया जाता। 14 जनवरी के बाद सर्वसम्मति से नेता का चयन किया जाएगा। 

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