रिम्स में 20 हजार मरीजों को लगा दी घटिया सूई, ऐसे हुआ खुलासा

रिम्स में 20 हजार घटिया इंजेक्शन मरीजों को लगाने का मामला सामने आया है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Fri, 21 Jul 2017 12:00 PM (IST) Updated:Fri, 21 Jul 2017 03:50 PM (IST)
रिम्स में 20 हजार मरीजों को लगा दी घटिया सूई, ऐसे हुआ खुलासा
रिम्स में 20 हजार मरीजों को लगा दी घटिया सूई, ऐसे हुआ खुलासा

राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स अनियमितताओं से संक्रमित है। विधानसभा की हाई प्रोफाइल लोक लेखा समिति के दौरे के क्रम में यह उजागर हुआ कि अस्पताल की रग-रग में गड़बड़ी अपना घर बना चुकी है। समिति ने जहां हाथ डाला, वहीं निराशा हाथ लगी।

अध्यक्ष डा. स्टीफन मरांडी, राधाकृष्ण किशोर और विरंची नारायण ने जब सवालों की झड़ी लगाई तो प्रबंधन को मुंह खोलते नहीं बना। हद तो तब हो गई, जब रिम्स प्रबंधन ने यह स्वीकार किया कि वर्ष 2006-07 में खरीदे गए एस-एसट्रे एक्जोन नामक 20 हजार घटिया इंजेक्शन मरीजों को रिम्स प्रबंधन ने लगा दिए।

उस वक्त ड्रग इंस्पेक्टर ने यह ताकीद की थी कि इसका उपयोग नहीं किया जाए। प्रबंधन की स्वीकारोक्ति के बाद लोक लेखा समिति के सब्र का बांध टूट गया। मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव को हिदायत दी गई कि तत्काल वैसे लोगों की जिम्मेदारी तय की जाए जो घटिया इंजेक्शन के इस्तेमाल के दोषी हैं। इस पूरे प्रकरण का नियंत्रक लेखापरीक्षक ने खुलासा किया था। इसके बाद लोक लेखा समिति जांच करने के क्रम में रिम्स पहुंची थी।

1150 उपकरण रखे-रखे हो गए बर्बाद:

रिम्स शासी निकाय है और उसे नियुक्ति समेत अन्य नीतिगत फैसले लेने का अधिकार है। दौरे के क्रम में जब प्रबंधन ने उपकरण संचालित नहीं होने का बहाना स्टाफ का नहीं होना बताया तो लोक लेखा समिति ने जमकर खिंचाई की। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत रिम्स को 262 उपकरण नौ साल पहले मिले थे। इसमें से 150 उपकरण लगाए तक नहीं गए। जवाब दिया गया कि इन्हें संचालित करने के लिए स्टाफ नहीं है। इस अवधि में ये सारे उपकरण रखे-रखे खराब हो चुके हैं।

यह भी पढ़ेंः बाप की मौत के 32 साल बाद ‘पैदा’ हुआ बेटा, जानिए-क्यों उलझा मामला

यह भी पढ़ेंः चारा घोटालाः सीबीआइ कोर्ट में उपस्थित हुए लालू यादव व सजल चक्रवर्ती

 

chat bot
आपका साथी