आदिम जनजाति परिवारों को मिले शत प्रतिशत अनाज : रामेश्वर

सूबे के वित्त मंत्री सह खाद्य आपूíत रामेश्वर उरांव द्ध

By Edited By: Publish:Sat, 16 May 2020 09:11 PM (IST) Updated:Sat, 16 May 2020 09:11 PM (IST)
आदिम जनजाति परिवारों को मिले शत प्रतिशत अनाज : रामेश्वर
आदिम जनजाति परिवारों को मिले शत प्रतिशत अनाज : रामेश्वर

फोटो : 13, संवाद सहयोगी, रामगढ़ : सूबे के वित्त मंत्री सह खाद्य आपूíत रामेश्वर उरांव शनिवार को अचानक रामगढ़ पहुंचे। सर्किट हाउस के बंद कमरे में डीसी संदीप ¨सह, एसपी प्रभात कुमार व विधायक ममता देवी के साथ बैठक के बाद ग्राउंड फ्लोर स्थिति सभाकक्ष में पत्रकारों से बातचीत में खाद्य आपूíत मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि अन्य जिलों की तरह रामगढ़ में भी आदिम जनजाति के लोग हैं। इनमें असुर व अघौरिया जनजाति के लोग हैं, ऐसे शतप्रतिशत परिवार के लोगों को अनाज देना है। कहीं-कहीं जिलों में अनाज नहीं मिलने की शिकायतें मिली हैं। रामगढ़ में मांडू व पतरातू इलाके में स्थिति देखने को कहा गया है। इस पर उपायुक्त ने बताया कि शत प्रतिशत कार्ड बनवा दिया गया है। यहां के कार्डधारियों को अनाज का बंटवारा और वैसे लोगों को जिन्होंने कार्ड के लिए अप्लाई किया है। उन्हें शत प्रतिशत अनाज का बंटवारा हो रहा है या नहीं, इसकी भी जानकारी ली गई। इसके अलावा जिन परिवारों में ¨सगल लोग हैं विशेषकर वृद्ध, बीमार या विकलांग को शत प्रतिशत अनाज देने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए डीसी को पंचायत सेवकों को विशेष रूप से निर्देश देने को कहा गया है। मंत्री ने कहा कि वैसे रामगढ़ जिले में संतोषजनक कार्य हुए हैं। विधायक ममता देवी ने भी इसकी पुष्टि की है। मनरेगा के कार्य भी बेहतर हो रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि खाद्य आपूíत मंत्री होने के नाते मैं लॉक डाउन के दौरान लगातार राज्य के अलग-अलग जिलों का भ्रमण कर वहां रह रहे लोगों को मिल रही मूलभूत सुविधाओं का जायजा ले रहा हूं। इसी क्रम में आज मैंने रामगढ़ जिला का दौरा कर उपायुक्त सहित जिले के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की एवं रामगढ़ के लोगों को लॉक डाउन के दौरान मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। जिला प्रशासन, रामगढ़ द्वारा अब तक काफी अच्छे तरीके से लॉक डाउन के दौरान गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करा रहा है। दूसरे प्रदेशों से आ रहे लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। क्वारेंटाइन के बाद जिनके घरों में जगह नहीं है। वैसे लोग पास के स्कूलों में ठहरे हैं लेकिन इन लोगों की जवाबदेही उनके परिवार के लोगों को लेनी होगी। लॉक डाउन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि लॉक डाउन से पूर्व अगर लोगों को समय मिलता तो लोग अपने घरों को आ जाते। वर्तमान में भी कुछ राज्य मजदूरों को आने नहीं देना चाहते हैं। मंत्री के साथ विधायक ममता देवी, प्रदेश प्रवक्ता शहजादा अनवर, वरिष्ठ कांग्रेसी जयशंकर पाठक, पूर्व जिला अध्यक्ष बलजीत ¨सह बेदी, जिला अध्यक्ष मुन्ना पासवान, लाल बिहारी महतो, बजरंग महतो, सुधीर मंगलेश, हरीश चौधरी, गिन्नी गांधी आदि कई कांग्रेसी मौजूद थे।

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