खूंटी में कोरोना से नौ लोगों की मौत

खूंटी में कोरोना की दूसरी लहर अत्यंत घातक हो गई है। अब इसका स्वरूप जानलेवा साबित होकर लगातार लोगों की जिंदगिया लीलने लगा है। इसी क्रम में पिछले 24 घटे में कोरोना ने नौ लोगों की सासें थाम ली।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 09:43 PM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 09:43 PM (IST)
खूंटी में कोरोना से नौ लोगों की मौत
खूंटी में कोरोना से नौ लोगों की मौत

संसू, खूंटी : खूंटी में कोरोना की दूसरी लहर अत्यंत घातक हो गई है। अब इसका स्वरूप जानलेवा साबित होकर लगातार लोगों की जिंदगिया लीलने लगा है। इसी क्रम में पिछले 24 घटे में कोरोना ने नौ लोगों की सासें थाम ली। गुरुवार को कोरोना से जंग हार कर जिंदगी गवाने वाले नौ लोगों में आठ एमसीएच स्थित डेडीकेटेड कोविड अस्पताल में इलाजरत थे, जबकि एक की मृत्यु केएस गंगा नामक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। डेडीकेटेड कोविड अस्पताल में इलाज के दौरान जिन आठ लोगों की मृत्यु हुई उनमें शहर के जन्नतनगर निवासी जहागीर अंसारी 48वर्ष, पिपराटोली के शभू साहू 42वर्ष, कर्रा के देवेंद्र सिंह 68 वर्ष, टाटीसिल्वे राची की कमला देवी 72वर्ष सहित एक मुरहू तथा तीन तोरपा प्रखंड के हैं। वहीं, केएस गंगा अस्पताल में जान गवाने वाले 35 वर्षीय युवक आनंद कुमार शहर के कर्रा रोड स्थित तेली मोहल्ला का निवासी है। बताया गया कि आनंद कुमार लगभग 10 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। कुछ दिनों पूर्व सास लेने में दिक्कत होने पर अस्पताल में उन्हें चार दिनों से ऑक्सीजन में रखा गया था। दूसरी ओर जन्नत नगर के परवीन बानो नामक 50 वर्षीय महिला तथा माहिल गाव के चरकू उराव नामक 25 वर्षीय युवक की भी गुरुवार को संदिग्ध परिस्थिति में आकस्मिक निधन हो गया। जानकारी के अनुसार जन्नत नगर निवासी परवीन बानो पिछले कुछ दिनों से बुखार व सर्दी खासी से पीड़ित थी। कोरोना की जाच ना करा कर वह एक निजी चिकित्सक से बीमारी का इलाज करा रही थीं। बुधवार देर रात अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई सास लेने में उन्हें दिक्कत महसूस होने लगी और देखते ही देखते उन्होंने दम तोड़ दिया। इसी प्रकार माहिल गाव का चरकू उराव भी कुछ दिनों से सर्दी-खासी से पीड़ित था। बीमारी से पीड़ित होने के बाद वह एक झोलाछाप डॉक्टर से दवा लेकर घर में ही दवा का सेवन कर रहा था। गुरुवार को अचानक उसका निधन होने से गाव में सनसनी फैल गई। सूत्रों के अनुसार गाव में अन्य कई ग्रामीण भी सर्दी-खासी सहित अन्य बीमारी से पीड़ित है। बीमारी से पीड़ित ग्रामीण डर से कोरोना की जाच नहीं करा रहे हैं। यह सभी घर में ही रहकर झोलाछाप डॉक्टरों तथा पारंपरिक विधि से अपनी बीमारी का इलाज कर रहे हैं। विदित हो कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जिले में अब तक लगभग तीन दर्जन लोग इसकी चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं।

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