आस्था का केंद्र है केरेडारी का कंडावेर मंदिर

फोटो - 19 एक एकड़ में लगाई है बागवानी गांवों तक बनाई पीसीसी सड़क दर्जनों युवकों को

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 09:18 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 09:18 PM (IST)
आस्था का केंद्र है केरेडारी का कंडावेर मंदिर
आस्था का केंद्र है केरेडारी का कंडावेर मंदिर

फोटो - 19

एक एकड़ में लगाई है बागवानी, गांवों तक बनाई पीसीसी सड़क

दर्जनों युवकों को दिया है रोजगार, ग्रामीण विकास कार्यों में करते हैं सहयोग

संवाद सूत्र केरेडारी ( हजारीबाग ) : प्रखंड का विख्यात व सिद्ध पीठ के नाम से प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कंडाबेर मां अष्टभुजी मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान व पूजा अर्चना तो होती हीं है। लेकिन इसके बावजूद मंदिर पूजा समिति द्वारा कई तरह के सामाजिक व पर्यावरणीय जागरूकता कार्यक्रम भी चलाती है। साथ ही ग्रामीण कार्यों में सहयोग भी करती है। कंडाबेर मंदिर पूजा समिति के प्रयास से वर्ष 2006 में पर्यावरण सुरक्षा को लेकर लोगों को जागरूक किया था। इसके तहत ही प्रतिवर्ष कंडाबेर बेलतु पर्यावरण सुरक्षा समिति द्वारा 28 दिसंबर को पर्यावरण उत्सव मनाती है। इसके कारण वर्तमान में करीब मंदिर के 84 एकड़ के हरियाली छाई हुई है। जबकि उसकी सुरक्षा मंदिर समिति के सदस्य करते है। वही विशेष रूप से करीब एक एकड़ में खूबसूरत बागवानी भी लगाई गई है। मंदिर समिति द्वारा गांवों तक दर्जनों पीसीसी सड़क का निर्माण किया गया है। उक्त समिति द्वारा अभी भी ग्रामीण कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जाता है। इसमें स्वच्छता भी एक है। वहीं समिति ने ही करीब एक दर्जन युवकों को धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान देने के साथ साथ रोजगार भी उपलब्ध कराए है। अब तक मंदिर पूजा समिति के सहयोग से हीं रांची यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय में अव्वल स्थान प्राप्त करने वाले उमेश पाठक कंडावेर के ही है और वे अभी मंदिर पूजा समिति के अध्यक्ष भी है। साथ ही लोगों व श्रद्धालुओं के लिए हैंड पंप भी लगाया है। मंदिर समिति के इस सराहनीय योगदान व कार्यों के लिए प्रखंडवासी चर्चा करते नही थकते।

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