World Diabetes Day 2021: कोरोना संक्रमण के बाद अब मधुमेह मरीजों की संख्या में इजाफा, यह रही वजह

World Diabetes Day 2021 विश्व मधुमेह दिवस प्रतिवर्ष 14 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिवस मधुमेह से उपजे ज़ोखिम के बारे में बढ़ती चिंताओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए है। विश्व मधुमेह दिवस वर्ष 2006 से संयुक्त राष्ट्र का आधिकारिक दिवस है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 10:15 AM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 10:15 AM (IST)
World Diabetes Day 2021: कोरोना संक्रमण के बाद अब मधुमेह मरीजों की संख्या में इजाफा, यह रही वजह
विश्व मधुमेह दिवस वर्ष 2006 से संयुक्त राष्ट्र का आधिकारिक दिवस ( प्रतीकात्मक फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। भूली के 40 वर्षीय गणेश कुमार मधुमेह से पीड़ित हो गए हैं। एसएनएमएमसीएच के विशेष मेडिसिन ओपीडी में जांच कराने के बाद पता चला उनकी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता भी कम हुई है। गणेश कुमार कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुए थे। और 21 अप्रैल 2021 को व स्वस्थ होकर अपने घर लौटे। लेकिन अब उन्हें कमजोरी सता रही है। एसएनएमएमसीएच के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ यूके ओझा बताते हैं कि कोरोना संक्रमण काल और लोक डाउन और मानसिक तनाव के बीच लोगों को अपने घरों में रहना पड़ा। वैसे लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है जिनकी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कमजोर थी। अब ऐसे लोग मधुमेह उच्च रक्तचाप समेत अन्य बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। लोक डाउन केेे कारण लोगों काा वर्क बंद होो गया। मधुमेह रोगियों के लिए विशेष ओपीडी में मधुमेह रोगियों की संख्या में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। ओपीडी में 150 मरीज आते थे। अब इनकी संख्या 170 के आस-पास हो गई है।

शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना बेहद जरूरी

डॉ ओझा ने बताया कि शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना जरूरी है। डॉ ओझा ने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों की सबसे पहले बीपी और शुगर की जांच की जा रही है। इसमें वैसे लोगों की संख्या बढ़ी है जो पहले मधुमेह या बीपी से ग्रसित नहीं थे। इसके पीछे शारीरिक श्रम नहीं होना, ज्यादा वसा युक्त पदार्थों का सेवन करना, धूम्रपान करना अल्कोहल का सेवन करना, अत्यधिक तनाव वाले माहौल में रहना, बीमारियों के संक्रमण में रहना आदि कारण देखे जा रहे हैं।

धनबाद में स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया है समुदायिक सर्वे, मधुमेह के मामले बढ़े

जिले में नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (एनसीडी सेल) की ओर से एक लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दी है। इस सर्वे के तहत ग्रामीण लेकर शहरी इलाकों में 30 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति मधुमेह ब्लड प्रेशर समेत अन्य बीमारियों की जांच की जा रही है। विभागीय आंकड़ों की माने तो मधुमेह और ब्लड प्रेशर के लगभग 17 प्रतिशत मरीज मिल रहे हैं। 28 लोगों की जांच में 17 लोग मधुमेह अथवा ब्लड प्रेशर से ग्रसित पाए जा रहे हैं। इसमें अधिकांश लोग हैं जो लॉकडाउन में दूसरी राज्यों से आए हैं, अथवा जिनके पास कोई काम नहीं बचा है।

इन बातों का रखें ख्याल मोटापा को नियंत्रित करें हर दिन 1 घंटे व्यायाम करें वसायुक्त और तैलीय पदार्थ खाने से बचें धूम्रपान और अल्कोहल का सेवन नहीं करें खाने में फाइबर युक्त भोजन लें ज्यादा तनाव न लें

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