रेलवे का बुलडोजर चलते ही दर्जनों मकान और दुकान हुए ध्‍वस्‍त, धनबाद की हिल कॉलोनी में जमकर हुआ हंगामा और विरोध

रेलवे को धनबाद से होकर गुजरने वाले पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर के निर्माण से पहले ट्रैक के किनारे चहारदीवारी का निर्माण कराया जाना है ताकि पटरी पर मवेशी या दूसरे जानवर न आ सके। इसके लिए आरपीएफ और इंजीनियरिंग विभाग ने कार्रवाई शुरू की है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Mon, 30 Jan 2023 04:31 PM (IST) Updated:Mon, 30 Jan 2023 04:31 PM (IST)
रेलवे का बुलडोजर चलते ही दर्जनों मकान और दुकान हुए ध्‍वस्‍त, धनबाद की हिल कॉलोनी में जमकर हुआ हंगामा और विरोध
आरपीएफ एवं इंजीनियरिंग विभाग ने अवैध निर्माण पर चलाया बुलडोजर

जागरण संवाददाता, धनबाद। रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा कर मकान और दुकान बनाने वालों के खिलाफ आरपीएफ और इंजीनियरिंग विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। कब्जे वाली जगह पर बड़े पैमाने पर आरपीएफ की मौजूदगी में अवैध मकान और दुकानों को तोड़ा गया। अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलते ही सैकड़ों की संख्या में महिलाएं इकट्ठा हो गईं और विराेध शुरू कर दिया। भारी विरोध और हंगामे के बीच अवैध निर्माण ध्वस्त किया जा रहा है। रेलवे की ओर से बताया गया कि कई बार नोटिस देने के बाद भी अवैध कब्जा नहीं हटाया गया।

रेलवे की जमीन को कराया जा रहा अतिक्रमण मुक्‍त 

धनबाद से होकर गुजरने वाले पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर के निर्माण से पहले रेलवे ट्रैक के किनारे चहारदीवारी का निर्माण कराया जाना है ताकि रेलवे ट्रैक पर मवेशी या दूसरे जानवर न आ सके। अवैध कब्जा के कारण चहारदीवारी निर्माण में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसके मद्देनजर रेलवे की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है।

रेलवे की कार्रवाइ से नाराज महिलाओं ने जताया विरोध

रेलवे के मकान-दुकान तोड़े जाने से नाराज महिलाओं का कहना है कि 30-40 सालों से यहीं रह रहे हैं। सौ से अधिक परिवार रेलवे की कार्रवाई से सड़क पर आ जाएंगे। रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। दूसरी जगह बसाने को लेकर हंगामा भी कर रही हैं। महिलाओं के बढ़ते विरोध को देखते हुए आरपीएफ महिला दस्ते को भी तैनात कर दिया गया है।

क्‍या है डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर

यह एक विश्‍वस्‍तरीय तकनीक से बनाया गया रेल मार्ग है, जिसका उपयोग सिर्फ और सिर्फ माल या वस्तुओं के परिवहन के लिए किया जाता है। यह एक एक उच्च क्षमता और उच्च गति वाला रेल मार्ग है। यानि कि यह रेलवे कॉरिडोर विशेष रूप से माल ढुलाई के लिए समर्पित है।

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डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए धनबाद में न 68.93 एकड़ जमीन का म्युटेशन न 16.7 करोड़ का भुगतान

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