पूर्व सैनिकों व युवाओं को साध गए शाह

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के पन्ना प्रमुख सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जवानों और युवाओं को साध गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Jan 2019 08:11 PM (IST) Updated:Mon, 28 Jan 2019 08:11 PM (IST)
पूर्व सैनिकों व युवाओं को साध गए शाह
पूर्व सैनिकों व युवाओं को साध गए शाह

वीरेन पराशर, ऊना

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के पन्ना प्रमुख सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जवानों और युवाओं को साध गए। शाह का रुख संसदीय क्षेत्र में पचास हजार से अधिक सैनिकों, पूर्व सैनिकों के वर्ग को अपनी तरफ मोड़ने की तरफ रहा।

जबकि युवाओं को लुभाने की तरफ भी उनका फोकस दिखा। दोनों वर्गो के मतदाताओं को रिझाने के प्रयास उनके भाषण की शुरुआत में ही दिखे। संगठन की बात हो या विरोधियों पर हमले, उनके तेवर पहले जैसे ही रहे। धारदार और असरदार भाषण में उन्होंने पहले तवज्जो चुनाव के लिए समर्थन जुटाने को दी। अपने चिर-परिचित अंदाज में वह बोले तो खूब पर पहला काम समर्थन जुटाने का किया। वह पहले ही इसको लेकर फीडबैक ले चुके थे और सैनिकों व पूर्व सैनिकों के साथ ही अपनी बात कहनी शुरू की। संसदीय क्षेत्र के जिलों ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर में बड़ी तादाद में पूर्व सैनिक हैं और सेना में कार्यरत जवानों की भी संख्या पचास हजार से अधिक है। संसदीय क्षेत्र में यह वर्ग चुनाव में अहम भूमिका निभाता आया है। भाजपा हो या कांग्रेस, सभी उन्हें लुभाना चाहते हैं। ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संगठन के इस आयोजन में पूर्व सैनिकों व सैनिकों सहित उनके परिवारों को साधने की कोशिश की। बात सैनिकों की वीरता की हो या उन्हें दिए गए वन रैंक वन पेंशन के लाभ की, सभी बातों का जिक्र विस्तार से हुआ और इनके माध्यम से भाजपा को उनका हितैषी जाहिर करने में कोई कसर नहीं रखी। अध्यक्ष का दूसरा मुख्य फोकस युवाओं पर रहा। युवा मतदाताओं को अपनी तरफ मोड़ने के लिए उनकी उपलब्धि हो या कबड्डी स्टार अजय ठाकुर की बात। इनके माध्यम से युवाओं के लिए अपनी सरकार की नीतियों और करीबियों को भी जाहिर किया।

हालांकि उनके भाषण के समय सांसद अनुराग ठाकुर भी ठीक पीछे खड़े रहे लेकिन यह साफ झलक रहा था कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के मिजाज की जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले ही जुटा चुके थे। बाकायदा एक फाइल में उनके पास संसदीय क्षेत्र हो या सरकारी योजनाएं, सभी का डाटा हाथों में मौजूद था। हर बात आंकड़ों के आधार पर कही जा रही थी और इसमें ऐसा सामंजस्य था कि पन्ना प्रमुखों में जोश भरना हो, विरोधियों पर प्रहार करना हो या वोटरों को साधना, उनके भाषण में सब दिखे। फिलहाल उनका यह दौरा चुनाव से पहले संगठन की एकजुटता में जान फूंक गया। जिस तरह से

लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और भाजपा तैयारियों में जुटी है और सम्मेलन में पन्ना प्रमुख सम्मेलन में कार्यकर्ताओं के साथ आला नेताओं का जुटना अच्छे संकेत दे गया।

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