चितपूर्णी मंदिर के ऑनलाइन डोनेशन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

धार्मिक स्थल चितपूर्णी मंदिर के न्यास को आय का मुख्य स्रोत भेंटपात्र ही हैं लेकिन अब ऑनलाइन डोनेशन से न्यास के चढ़ावे में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 May 2019 06:31 PM (IST) Updated:Sun, 05 May 2019 06:34 AM (IST)
चितपूर्णी मंदिर के ऑनलाइन डोनेशन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
चितपूर्णी मंदिर के ऑनलाइन डोनेशन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

नीरज पराशर, चिंतपूर्णी

धार्मिक स्थल चितपूर्णी मंदिर के न्यास को आय का मुख्य स्रोत भेंटपात्र ही हैं लेकिन अब ऑनलाइन डोनेशन से न्यास के चढ़ावे में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। मार्च और अप्रैल में ही नकद चढ़ावे ऑनलाइन डोनेशन के भी सारे रिकार्ड टूटे हैं। मात्र दो महीने में ऑनलाइन चढ़ावा साठ लाख रुपये से ज्यादा रहा है, जो मंदिर न्यास द्वारा ऑनलाइन प्रणाली शुरू करने के बाद अब तक का सबसे अधिक चढ़ावा है। मार्च में श्रद्धालुओं द्वारा 44,67,251 रुपये और अप्रैल में 16,25,265 रुपये जमा करवाए गए। यानी इन दो महीनों में मंदिर न्यास को 60,92,516 रुपये की धनराशि ऑनलाइन ही प्राप्त हुई। जबकि साल 2017 व 2018 में मन्दिर न्यास को इन्हीं महीनों में पांच लाख से ऊपर कभी भी ऑनलाइन चढ़ावा प्राप्त नहीं हुआ था। पहली बार मंदिर न्यास को ऑनलाइन ट्रस्ट के खाते में इतना ज्यादा चढ़ावा प्राप्त हुआ है।

इसके अलावा मंदिर ट्रस्ट को दानपात्रों से व अन्य स्रोतों से प्राप्त हुआ नकद चढ़ावा भी मार्च अप्रैल में बढ़ा है। मार्च और अप्रैल 2017 में न्यास को कुल सभी स्रोतों से प्राप्त नकद चढ़ावा 4 करोड़ 95 लाख 63 हजार 705 रुपये प्राप्त हुआ था, वहीं मार्च व अप्रैल 2018 में दो महीने का नकद चढ़ावा 5 करोड 31 लाख रुपये प्राप्त हुआ था जबकि इस साल मार्च और अप्रैल दो महीने में मंदिर ट्रस्ट को 5 करोड 78 लाख 30,335 रुपये प्राप्त हुआ है, जिसमें 60 लाख रुपये ऑनलाइन चढ़ावा ही प्राप्त है। मार्च और अप्रैल में श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में खूब धनवर्षा की गइ्र है।

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श्रदालुओं की माता रानी के प्रति अपार आस्था व श्रद्धा है। श्रदालु मां के दरबार में नकदी, सोना व चांदी अर्पित करते हैं। इस बार इन दो महीने में मंदिर का ऑनलाइन चढ़ावा काफी ज्यादा बढ़ा है।

-राकेश कुमार प्रजापति, मंदिर आयुक्त एवं डीसी ऊना।

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