26 किसानों ने सीखी शून्य लागत प्राकृतिक खेती

शून्य लागत प्राकृतिक खेती पर आधारित एक महीने का प्रशिक्षण कार्यक्रम ड

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Jun 2018 06:51 PM (IST) Updated:Sat, 02 Jun 2018 06:51 PM (IST)
26 किसानों ने सीखी शून्य लागत प्राकृतिक खेती
26 किसानों ने सीखी शून्य लागत प्राकृतिक खेती

संवाद सहयोगी, सोलन : शून्य लागत प्राकृतिक खेती पर आधारित एक महीने का प्रशिक्षण कार्यक्रम डॉ. वाइएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विवि नौणी में हुआ। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए 26 किसानों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यह प्रशिक्षण प्रदेश सरकार के शून्य लागत प्राकृतिक कृषि कार्यक्रम का हिस्सा था। प्रतिभागियों को विवि के शून्य लागत प्राकृतिक कृषि के प्रयोगात्मक फार्म और लेक्चर के माध्यम से इस विधि के बारे में पूर्ण व्यावहारिक ज्ञान दिया गया। खेतों में व्यावहारिक सत्रों से प्रशिक्षुओं को हैंड्स ऑन ट्रेनिंग प्राप्त करने पर विशेष जोर दिया गया। प्रतिभागियों ने इस कृषि प्रणाली में इस्तेमाल में लाई जाने वाली विभिन्न चीजों की तैयारी के बारे में भी प्रशिक्षण लिया। इसके अलावा इस समूह के लिए कृषि के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर विशिष्ट व्याख्यान भी आयोजित किए गए।

नौणी विवि में संयुक्त निदेशक (अनुसंधान) डॉ. राजेश्वर चंदेल जो हाल ही में राच्य के शून्य लागत प्राकृतिक कृषि कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक नियुक्त किए गए, ने बताया कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य इस कृषि पद्धति में किसानों को अच्छी तरह से तैयार करना है। ये किसान अब इस मॉडल के तहत अपने खेतों को स्थापित करेंगे और अगले छह महीने की अवधि में इनके प्रदर्शन के आधार पर इनमें से कुछ को मास्टर ट्रेनर बनाया जाएगा, जो अन्य किसानों को प्रशिक्षण देने में मदद करेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एचसी शर्मा ने प्रतिभागियों से अपने खेतों में प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को लागू करने और अन्य किसानों को इसके प्रति जागरूक करने का आग्रह किया। अनुसंधान निदेशक डॉ. जेएन शर्मा ने विवि की शून्य लागत प्राकृतिक कृषि की शोध टीम को बधाई दी।

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