Solan: CRI कसौली में DTP वैक्‍सीन का हो रहा बड़े स्‍तर पर उत्‍पादन; एक करोड़ 35 लाख 70,240 डोज किए सप्लाई

Solan News सीआरआई कसौली ने एक साल में डीटीपी वैक्‍सीन के एक करोड़ 35 लाख 70240 डोज सप्‍लाई हो रहे हैं। संस्थान में वर्तमान में केवल डीटीपी वैक्सीन व कई तरह के सीरम का उत्पादन चल रहा है। वहीं संस्थान टीडी वैक्सीन बनाने की ओर भी अग्रसर है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 30 May 2023 10:26 AM (IST) Updated:Tue, 30 May 2023 10:26 AM (IST)
Solan: CRI कसौली में DTP वैक्‍सीन का हो रहा बड़े स्‍तर पर उत्‍पादन; एक करोड़ 35 लाख 70,240 डोज किए सप्लाई
CRI कसौली में DTP वैक्‍सीन का हो रहा बड़े स्‍तर पर उत्‍पादन

सोलन, मनमोहन वशिष्ठ: केंद्रीय अनुसंधान संस्थान (सीआरआई) कसौली में इन दिनों डीटीपी वैक्सीन का बडे स्तर पर उत्पादन हो रहा है। संस्थान में वर्तमान में केवल डीटीपी वैक्सीन व कई तरह के सीरम का उत्पादन चल रहा है। वहीं संस्थान टीडी वैक्सीन बनाने की ओर भी अग्रसर है। संस्थान को एक अप्रैल 2022 से एक अप्रैल 2023 तक डीटीपी वैक्सीन की एक करोड़, 94 लाख डोज की डिमांड मिली थी, जिसमें से संस्थान ने एक करोड़, 35 लाख, 70,240 डोज सप्लाई किए गए।

वहीं संस्थान के स्टॉक में मौजूदा समय में कई लाख डोज विभिन्न प्रक्रियाओं व परीक्षण के दौर में है। वहीं संस्थान को बीते वर्ष में भी एक करोड़, 81 लाख, तीन हजार, नौ सौ डोज की डिमांड मिली थी, जिसमें से संस्थान ने एक करोड़, नौ लाख, 47,260 डोज सप्लाई की थी। संस्थान में मुख्यत: तौर पर वर्तमान में डीटीपी ग्रुप ऑफ वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है।

यहां से भेजे जाने वाली सप्लाई देश के अनेकों राज्यों में बच्चों के टीकाकरण में इस्तेमाल होती है। संस्थान यह सप्लाई विभिन्न राज्यों व केंद्र सरकार की मांग के अनुसार करता है। संस्थान में गुड मेन्यूफेक्चरिंग प्रेक्टिस के मानकों की सरकारी क्षेत्र में पहली सीजीएमपी लैब में डीटीपी वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है।

कई तरह के रोगों में लाभदायक है डीटीपी वैक्सीन व एंटी सीरम

डीटीपी वैक्सीन शिशुओं को डिप्थीरिया, टेटनस व पर्टुसिस जैसे संक्रामक रोग से बचाव करने के लिए उपयोग किया जाता हैं। यह वैक्सीन बच्चों को रोगों से लड़ने के लिए तैयार करती है। यह ऐसे संक्रामक रोग होते है, जिस कारण शिशु व बच्चों की जान का जोखिम बना रहता हैं। डीटीपी वैक्सीन का टीका बच्चों में रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता हैं।

डिप्थीरिया के कारण बच्चों को सांस लेने में कठिनाई होती है। टेटनस बैक्टिरिया मिट्टी में पाएं जाते है जो तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर मांसपेशियों में ऐंठन पैदा करता हैं। पर्टुसिस शिशु में काली खांसी व खाने व पीने में परेशानी करता हैं। वहीं एंटी सीरम सांप काटे व कुत्तों को काटे पर लगाया वैक्सीन के पहले लगाया जाता है।

विभिन्न वैक्सीनों व एंटी सीरम की सप्लाई का आंकड़ा

वैक्सीन                                                       डिमांड                            सप्लाई

1. डीटीपी वैक्सीन (डोज)                          1,94,00,000                  1,35,70,240

2. यलो फीवर वैक्सीन (डोज)                          1,44,382                       1,43,824

3. एंटी रेबीज सीरम (वाइल्स)                            50,195                             8,646

4. एंटी स्नेक वेनम सीरम (वाइल्स)                      2,052।                             1,992

5. डिप्थिरिया एंटी टॉक्सिन सीरम (वाइल्स)            1,201                             1,201

6. नॉर्मल हॉर्स सीरम (वाइल्स)                                  21                                  21

7. डायग्नोस्टिक रिजेंटस (एमएल)                       11,400                           14,400

chat bot
आपका साथी