सोलन में आज 232 निजी बसों के पहियेरहेंगे जाम

जिलाभर में सोमवार से 232 निजी बसों के पहिए जाम रहेंगे। इससे जनता को असुविधा होगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Sep 2018 06:03 PM (IST) Updated:Sun, 09 Sep 2018 06:03 PM (IST)
सोलन में आज 232 निजी 
बसों के पहियेरहेंगे जाम
सोलन में आज 232 निजी बसों के पहियेरहेंगे जाम

संवाद सहयोगी, सोलन : जिलाभर में सोमवार से 232 निजी बसों के पहिए जाम रहेंगे। इससे जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। सोमवार के चलते अपने कार्यालयों में पहुंचने के लिए कर्मचारी वर्ग परेशान होना पड़ेगा। शूलिनी निजी बस ऑपरेटर यूनियन राज्य व्यापी हड़ताल का पूर्ण समर्थन करने का निर्णय लिया है। यूनियन द्वारा इस हड़ताल को अनिश्चित काल तक चलाने का भी फैसला लिया गया है। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा। वहीं लगभग 232 बसें न चलने से संचालकों को लगभग एक दिन 15 लाख रूपए के नुकसान होने की संभावना है।

सोमवार को निजी बसों से अपने मंजिल तक पहुंचने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जिलेभर में आज विभिन्न रूटों पर चलनी वाली निजी बसें नहीं चलेंगी। इस पर जिला सोलन की शूलिनी निजी अस ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष रघुविंदर सिंह मेहता उर्फ जौनी ने बताया आए दिन डीजल के बढ़ते दामों से बस ऑपरेटरों का भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। सरकार द्वारा निजी बस ऑपरेटरों की मांगों को लंबे समय से टाला जा रहा है। इस चलते प्रदेश भर में बस संचालकों ने इसके विरोध में अनिश्चित कालीन हड़ताल को करने का फैसला किया है। वहीं दूसरी तरफ हड़ताल के दौरान हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें अपनी सेवाएं देंगी। इस पर सोलन भगनाल बस के संचालक विनय भगनाल ने बताया कि उनकी सोलन व सिरमौर जिला में विभिन्न रूटों पर 14 बसें चलती हैं। वह बस ऑपरेटरों के पूरा सहयोग करेंगे। सोमवार को उनकी कोई भी बस नहीं चलेगी। मांगों को लिखित रूप में पूरा करें सरकार

निजी बस ऑपरेटरों के अनुसार सरकार द्वारा निजी बसों में 10 रुपये न्यूनतम किराया करने की मांग को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। डीजल की बढ़ती कीमतों व बसों के पुराने किराए के चलते बस संचालकों को बसें चलाना व चालक व परिचालक का वेतन निकालना भी मुश्किल हो गया है। बस संचालकों ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि पिक अप यूनियन, ट्रक यूनियन व ऑटो यूनियन द्वारा गत छह वषरें में कई बार किराया बढ़ाया है। लेकिन बसों के किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। सरकार द्वारा ग्रीन टैक्स को हटाने कर मांग को भी सरकार के समक्ष रखी है। संचालकों ने चेतावनी देते हुए बताया कि जब तक सरकार इन सभी मांगों को लिखित तौर पर नहीं देगी तब तक बस ऑपरेटर अपनी हड़ताल वापस नहीं लेंगे।

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