बैसाखी पर्व पर बड़ू साहिब में लगा किसान मेला

इटरनल विश्वविद्यालय बडू साहिब में दो दिवसीय किसान मेले का शुभारंभ शनिवार को हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Apr 2019 10:10 PM (IST) Updated:Sat, 13 Apr 2019 10:10 PM (IST)
बैसाखी पर्व पर बड़ू साहिब में लगा किसान मेला
बैसाखी पर्व पर बड़ू साहिब में लगा किसान मेला

संवाद सूत्र, राजगढ़ : इटरनल विश्वविद्यालय बडू साहिब में दो दिवसीय किसान मेले का शुभारंभ शनिवार को हुआ। यूनिवर्सिटी के अकाल कृषि कॉलेज द्वारा किसानों के लिए बैसाखी पर्व पर मेले का आयोजन किया जाता है। बैसाखी पर्व तथा खालसा साजना दिवस पर गुरुद्वारा बडू साहिब से लाना माछेर तक नगर कीर्तन निकाला। यूनिवर्सिटी के पीआरओ कुलदीप सिंह ने बताया कि किसान मेले का मुख्य उद्देश्य कृषि कॉलेज द्वारा किसानों को कृषि उत्पाद, यंत्रों, फसलों की वैज्ञानिक उपलब्धता तथा रोगों से बचाव की जानकारी देना है। डॉ. बोपाराय के संयोजन से किसान मेला हर वर्ष होता है। किसान मेले में लगभग 25 स्टॉल लगाए हैं। इसमें कृषि कॉलेज की स्टाल में डॉ. प्रीतेश ने जानकारी दी की गेहूं का पांच लाख साल पुराना इतिहास है। इन वर्षो में गेहूं की फसल में उन्नति होती रही, जो की आज हमें प्रचुर मात्र में उपलब्ध है। अकाल कृषि कॉलेज में गेहूं की बायो-फोर्टिफिकेशन द्वारा लौह व जस्ता से प्रचुर किस्म पैदा की गई है। इसी तरह मक्की की फसल में आनुवंशिक प्रतिरोपण प्लांट ब्रीडिग तकनीक द्वारा उच्च किस्म की मक्का तैयार की गई है। मक्का से अधिक मात्र में पॉपकॉर्न प्राप्त हो, इस पर भी अनुसंधान प्रगति पर है। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एचएस धालीवाल के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की टीम अनुसंधान पर कार्यरत है। कृषि कॉलेज के विद्यार्थियों ने समेकित कृषि का मॉडल प्रस्तुत किया। इसमें बायोगैस, वर्मी कंपोस्ट, ड्रिप सिचाई आदि कृषि में उपयोगी तकनीकी को प्रस्तुत किया। डॉ. नीलम ठाकुर ने मधुमक्खी पालन केंद्र में उत्पादित मधु प्रदर्शित किया। फूड टेक्नोलॉजी के डॉ. कृष्ण कुमार ने बुरांस के फूलों से बना जूस व मिश्रित अनाज से बने बिस्किट्स प्रस्तुत किए। किसान मेले में सह संयोजक डॉ. विवेक, डॉ. नसीब व परमजीत सिंह भी मौजूद रहे।

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