कोरोना से मुक्ति के लिये रोशन हुआ शिमला, जानें दीप प्रज्‍वलन का महत्‍व

शिमला के लोगाें ने भी दीप जलाकर कोरोना वायरस से मुक्ति के ि‍लिए प्रार्थना की इस दौरान पूरा शहर रोशनी से जगमगा रहा था।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Mon, 06 Apr 2020 07:46 AM (IST) Updated:Mon, 06 Apr 2020 07:46 AM (IST)
कोरोना से मुक्ति के लिये रोशन हुआ शिमला, जानें दीप प्रज्‍वलन का महत्‍व
कोरोना से मुक्ति के लिये रोशन हुआ शिमला, जानें दीप प्रज्‍वलन का महत्‍व

शिमला, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रविवार रात नौ बजे नौ मिनट तक दीये प्रज्वलित करने के आह्वान के बाद राजधानी शिमला में भी लोगों में खासा उत्साह दिखा। शहर के लोगों ने घर के दरवाजे व बालकनी पर दीये जलाए। लोगों ने दीये प्रज्वलित कर सभी की सुख-समृद्धि व कोरोना वायरस से मुक्ति की प्रार्थना की। इस दौरान शहर मोमबत्ती व दीयों की रोशनी से जगमग दिखा।

वहीं, लोग रविवार को बाजार में दीप खरीदने के लिए आए। शिमला के बाजारों में मिट्टी के दीये नहीं मिले, लेकिन लोगों ने मोमबत्ती की जमकर खरीदारी की। यदि कोई भूल भी रहा था तो दुकानदार ने खुद ही याद दिला दी। इसके बाद लोग भी मोमबत्ती खरीदते दिखे। लोगों का कहना था कि मोमबत्ती तो जलानी ही है, अच्छा होता कि मिट्टी के दीये मिल जाते। लेकिन लॉकडाउन के दौरान दीये की सप्लाई नहीं आ सकी है। मोमबत्ती की बिक्री इतनी अधिक थी कि कई दुकानों में मोमबत्ती खत्म हो गई। हालांकि दुकानें तीन घंटे तक ही खुली थीं, बावजूद इसके लोग बाजार आए और मोमबत्ती खरीदी। वहीं, जो लोग मोमबत्ती नहीं खरीद पाए उन्होंने मोबाइल फोन की बैटरी व टॉर्च जलाई।

पंचायत प्रधानों ने भी किया लोगों को जागरूक

वहीं, शिमला के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत प्रधानों ने भी लोगों को जागरूक किया कि प्रधानमंत्री के रात नौ बजे नौ मिनट तक दीप प्रज्वलन करें। मशोबरा पंचायत के पूर्व प्रधान सीता राम शर्मा ने कहा कि दीप प्रज्वलन भारतीय संस्कृति में शुभ माना जाता है। कोरोना रूपी अंधकार पर विजयी पाने की कामना के साथ लोग दीप प्रज्वलित करें और भगवान से इस बीमारी के दूर होने की कामना करें। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों ने दीये जलाए।

दीप प्रज्वलन का है काफी महत्व

साक्षी सभ्रवाल का कहना है कि दीप पूजन का अपना अलग ही महत्व है। उन्होंने दीपक को साक्षी मानकर भगवान से देश व प्रदेश की इस दुखद घड़ी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। परिवार के सभी सदस्यों ने दीपक जलाए और भगवान को याद किया।

दीप जलाने से मिलती है सकारात्मक ऊर्जा

शिमला निवासी सत्या शर्मा ने बताया कि दीप प्रज्वलित करने का वैदिक महत्व है। हमारे धर्म शास्त्रों में दीप की पूजा की जाती है और जब एक साथ करोड़ों दीपक जलेंगे तो एक सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होगी। यही सकारात्मक ऊर्जा इस बीमारी पर विजयी पाने के लिए शक्ति प्रदान करेगी। उन्होंने दीये जलाकर सभी के लिए सुख-शांति की कामना की।

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