शिमला में बर्फबारी के बाद चाय के लिए भी तरसते रहे लोग, कुफरी में फंसे 100 पर्यटक रेस्‍क्‍यू; पढ़ें खबर

Snowfall in Himachal जिला शिमला में हुई सीजन की पहली बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 03:35 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 03:35 PM (IST)
शिमला में बर्फबारी के बाद चाय के लिए भी तरसते रहे लोग, कुफरी में फंसे 100 पर्यटक रेस्‍क्‍यू; पढ़ें खबर
शिमला में बर्फबारी के बाद चाय के लिए भी तरसते रहे लोग, कुफरी में फंसे 100 पर्यटक रेस्‍क्‍यू; पढ़ें खबर

शिमला, जागरण संवाददाता। जिला शिमला में हुई सीजन की पहली बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शुक्रवार दोपहर बाद से जारी बर्फबारी का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। बर्फबारी के कारण जिला में करीब 120 रूट बाधित हो गए, जबकि जिला के सैकड़ों गांव विद्युत लाइन प्रभावित होने के कारण अंधेरे में डूब गए हैं। जिला के चौपाल, रोहडू और शिमला मंडल 100 से अधिक ट्रांसफार्मर जल गए हैं, जिस कारण गांव अंधेरे में डूबे हैं। भारी ठंड के कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है। शिमला शहर में शनिवार को दूध, ब्रेड और समाचार पत्रों की सप्लाई नहीं हो पाई। लोग दुकानों में दूध के लिए पूछते रहे। ढाबा मालिकों ने चाय बनानी बंद कर दी। जिस कारण ठंड के बीच लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।

हिमाचल पथ परिवहन निगम के रामपुर डिपो में 30 रूट प्रभावित हुए हैं, जबकि शिमला ग्रामीण में भी 30 रूट बाधित रहे। शिमला लोकल में 15 रूट नहीं चल पाए, जबिक रोहडू डिपो में 40 रूट प्रभावित हुए। शिमला शहर में भी दोपहर एक बजे तक यातायात व्यवस्था ठप रही। हालांकि छोटे वाहन सड़कों पर रेंगते रहे लेकिन पथ परिवहन निगम और निजी बसें नहीं चल पाईं। जिस कारण लोगों को अपने गंतव्य तक पैदल ही पहुंचना पड़ा। जिलेभर में भारी बर्फबारी के कारण 91 सड़कें बंद रहीं।

हालांकि, प्रशासन ने सुबह से ही सड़कों को खोलने के प्रयास जारी कर दिए थे। लेकिन शाम तक बसें नहीं चल पाई। रामपुर और रोहडू के लिए बसें वाया धामी बसंतपुर भेजी गईं। मशोबरा, नालदेहरा के लिए कोई बस नहीं चल पाई। मशोबरा में भारी बर्फबारी के करण दोपहर बाद 4 बजे तक मार्ग बाधित रहा।

कुफरी में फंसे 100 वाहन निकाले

शुक्रवार देर रात शुरू हुई बर्फबारी के कारण कुफरी, नालदेरा, ठियोग व अन्य क्षेत्रों में करीब एक से डेढ़ फीट बर्फबारी हुई, ऐसे में सुबह भी बर्फबारी जारी रहने से सड़क फिसलन से भरी रही। कुफरी, नारकंडा मार्ग पर फिसलन अधिक होने से पर्यटकों सहित कई सामान ढुलाई वाहन भी मार्ग पर स्किड होकर सड़क के किनारे फंसे दिखे। मार्ग पर फिसलन से कुफरी मार्ग में करीब 100 पर्यटक फंसे रहे, जिन्‍हें स्थानीय लोगों व पुलिस कर्मियों की सहायता से रेस्‍क्‍यू किया गया।

18 दिसंबर से फिर होगा मौसम खराब

18 दिसंबर को भी मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। मौसम विभाग शिमला केंद्र के अनुसार 18 दिसंबर को भी मौसम खराब रहेगा। वहीं जिला के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी व बारिश होगी।

पैदल पहुंचे लोग

बर्फबारी का असर शिमला शहर में भी रहा। इस दौरान शहर के बालूगंज, समरहिल, एडवांस स्टडी तक बर्फ दिखी, ऐसे में एचआरटीसी ने शहर में सुबह के समय किसी भी रूट पर अपनी बसें चलाईं। लेकिन शहर के आसपास के क्षेत्रों से चलने वाले निजी बस चालकों ने अपने रूट मिस कर दिए। सुबह 8 से 9 बजे तक शिमला की ओर आने वाले लोगों को प्राइवेट बसें नहीं मिली। लोगों को अपने गंतव्य तक पैदल पहुंचना पड़ा।

आरकेएमवी में परीक्षा रद्द

शिमला के आरकेएमवी में शनिवार को बाॅटनी की परीक्षा रखी गई थी। बर्फबारी के बाद प्रशासन ने परीक्षा रद कर दी। लेकिन कुछ छात्राओं को इसकी सूचना नहीं मिल पाई और छात्राएं परीक्षा देने काॅलेज पहुंच गई। काॅलेज बंद होने के कारण छात्राओं को खाली लौटना पड़ा। भारी ठंड और पैदल सफर के कारण छात्राएं परेशान होती रही। हालांकि काॅलेज प्रशासन की ओर से इसके लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया गया था। परंतु शहर व इसके आसपास के कई क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण मोबाइल बंद हो गए और छात्राओं को सूचना नहीं मिल पाई।

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