बुजुर्ग हुए बेहोश, बूथ नंबरों ने किया परेशान

मुकेश मेहरा मंडी नगर निगम मंडी में मतदान के लिए लोग सुबह आठ बजे ही पोलिंग बूथ के बाहर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 04:28 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 04:28 PM (IST)
बुजुर्ग हुए बेहोश, बूथ नंबरों ने किया परेशान
बुजुर्ग हुए बेहोश, बूथ नंबरों ने किया परेशान

मुकेश मेहरा, मंडी

नगर निगम मंडी में मतदान के लिए लोग सुबह आठ बजे ही पोलिंग बूथ के बाहर पहुंच गए थे। मतदान के दौरान फोटो पहचान पत्र न होने के कारण कुछ को वापस जाना पड़ा, तो यू-ब्लॉक में वोट देने का इंतजार कर रहे एक बुजुर्ग जसपाल सिंह बेहोश होकर गिर पड़े। उनको एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया।

मतदान के लिए लोगों में उत्साह देखा गया। शहरी क्षेत्र के बूथों में सुबह से ही भीड़ थी। सुबह 8:30 बजे तक राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला व विजय स्कूल में लाइनें लगी थीं। पोलिंग बूथ पर थर्मल स्कैनिग व सैनिटाइजेशन के बाद मतदाताओं को अंदर जाने दिया जा रहा था। कन्या स्कूल में एक साथ तीन बूथ होने और नंबर सामने न लिखे होने के कारण लोगों दूसरे बूथ में वोट डालने पहुंच जा रहे थे।

व्यापार मंडल के प्रधान राजेश महेंद्रू ने जब इस संबंधित अधिकारी से मामला उठाया तो उसके बाद स्कूल के पिल्लर पर बूथों के नाम लिखे गए। 9:30 बजे के करीब मंगवाई मतदान केंद्र में एक युवक नशे में वोट डालने पहुंच गया, लेकिन मौके पर एक प्रत्याशी द्वारा समझाए जाने पर दोस्त उसे वापस ले गए। वहीं मंगवाई वार्ड में लड़ाई होने की अफवाह ने पुलिस की खूब दौड़ लगवाई। हालांकि मौके पर कुछ नहीं था।

ग्रामीण क्षेत्र के बूथ तल्याड़ में वोटिग धीरे-धीरे चली थी। आइटीआइ मंडी, विजय स्कूल, यू-ब्लॉक, मंगवाई में मतदाताओं की लाइनें स्कूल प्रांगण से बाहर तक पहुंच गई थीं। वहीं एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री और एसडीएम निवेदिता नेगी ने पोलिग बूथों का दौरा किया।

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शारीरिक दूरी नियम के पालन के लिए करनी पड़ी मशक्कत

प्रत्येक बूथ में अधिक मतदाताओं की संख्या अधिक होने और धूप तेज होने के कारण लोग बरामदे में पहुंच रहे थे, जिस कारण कोरोना नियमों के तहत शारीरिक दूरी का पालन करवाने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ रही थी।

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बुजुर्गो को करना पड़ा इंतजार

चुनाव के दौरान कई जगह पर बुजुर्गों को वोट डालने के लिए इंतजार करना पड़ा। धूप तेज होने के कारण उनको खासी परेशानी आई। हालांकि उनके बैठने के लिए व्यवस्था पोलिंग स्टेशनों पर की गई थीं, मौके पर मौजूद पुलिस टीम बुजुर्गों को पहले आगे कर देती, लेकिन इसके बावजूद उनको इंतजार करना पड़ा।

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