मिड डे मील वर्कर्स कल करेंगे प्रदर्शन
सीटू से संबंधित मिड डे मील वर्करज यूनियन केंद्र सरकार की ओर से पेश बजट में की गई उपेक्षा के खिलाफ देशव्यापी विरोध करने के आहवान पर धर्मपुर में भी प्रदर्शन करेगी। यूनियन के धर्मपुर खंड के प्रधान ¨चत राम, उपाध्यक्षा सुनीता, सरोजा, सपना, सचिव सत्या, सह सचिव संतोष, सरला, नीता, सोमा कोषाध्यक्ष सुनीता
संवाद सहयोगी, सरकाघाट : सीटू से संबंधित मिड डे मील वर्कर्स यूनियन केंद्र सरकार की ओर से पेश बजट में की गई उपेक्षा के खिलाफ देशव्यापी विरोध करने के आह्वान पर धर्मपुर में भी प्रदर्शन करेगी।
यूनियन के धर्मपुर खंड के प्रधान चिंतराम, उपाध्यक्षा सुनीता, सरोजा, सपना, सचिव सत्या, सह सचिव संतोष, सरला, नीता, सोमा कोषाध्यक्ष सुनीता व सदस्य चंपा, अंजना, नीता शर्मा, प्रमिला, सुषमा, गौरी, अरुणा, भवना, दीपा, रजनी, पुष्पा, सुनीता आदि ने बताया कि केंद्र सरकार कार्यवाहक वित्तमंत्री पीयूष गोयल द्वारा पेश किए गए अंतरिम बजट में मिड डे मील वर्कर्स की अनदेखी की है और मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की है। देश के लाखों कार्यकर्ताओं की मांग को मोदी सरकार ने नजरअंदाज कर दिया है। मिड डे मील वर्करज मात्र 50 रुपये दिहाड़ी पर काम कर रहा है और ये भी उन्हें 12 के बजाए 10 महीने का ही दिया जाता है और उन्हें किसी प्रकार की छुट्टियां भी नहीं दी जाती हैं। मेडिकल व प्रसूता अवकाश भी नहीं दिया जाता है। जबकि दोपहर का भोजन बनाने वाली ज्यादा महिलाएं ही है। यूनियनों की संयुक्त फेडरेशन ने आठ फरवरी को खंड व जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।
सीटू के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र ¨सह ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले पांच साल में मिड डे मील वर्करों के मानदेय में एक रुपये की भी वृद्धि न करके अपनी मजदूर विरोधी सोच का ही परिचय दिया है। यूनियन की मांग है इन कर्यकर्ताओं को मजदूर घोषित किया जाए और न्यूनतम वेतन दिया जाए। इन्हें रेगुलर करने की नीति बनाई जाए।
यूनियन एसडीएम धर्मपुर के माध्यम से प्रधानमंत्री को मांगपत्र भेजेगी और प्रस्तावित बजट में ही इनके मानदेय में बढ़ोतरी की मांग करेगी।