मनाली से लेह-लद्दाख का सफर अब होगा और भी सुहाना, बनेंगी तीन सुरंगें

Manali to Leh Ladakh मनाली से लेह-लद्दाख के बीच सड़क मार्ग पर तीन सुरंगों का निर्माण किया जाएगा इससे यहां का सफर पहले से भी अधिक सुहाना हो जाएगा।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 08:41 AM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 08:41 AM (IST)
मनाली से लेह-लद्दाख का सफर अब होगा और भी सुहाना, बनेंगी तीन सुरंगें
मनाली से लेह-लद्दाख का सफर अब होगा और भी सुहाना, बनेंगी तीन सुरंगें

कुल्लू, जेएनएन। अब मनाली से लेह-लद्दाख का सफर और भी सुहाना हो जाएगा क्योंकि इस सड़क मार्ग पतीन सुरंगों का निर्माण होने जा रहा है। भारतीय वायुसेना बुधवार से कुल्लू-मनाली से लेकर लेह-लद्दाख के पहाड़ों पर इन सुरंगों के निर्माण की संभावना तलाशेगी। भारतीय वायुसेना पिछले तीन दिन से मनाली-लद्दाख में सुरंगों की संभावनाओं को तलाशने के लिए ट्रायल कर रही थी। मंगलवार को यह प्रक्रिया पूर्ण होने की अधिकारियों ने पुष्टि की है। 

सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड एवं भारतीय वायुसेना द्वारा हिमाचल प्रदेश को केंद्र शासित प्रदेश लेह-लद्दाख से जोड़े जाने को लेकर मनाली से वहां तक तीन सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए भुंतर एयरपोर्ट से वायुसेना का एमआई-17 का हेलीकॉप्टर पिछले तीन दिन से कुल्लू-मनाली के आसपास के एरिया में घूमा और इसकी पूरी जानकारी जुटाई। ट्रायल पूर्ण हो गया है और अब बुधवार से वायुसेना इसका सर्वेक्षण करेगी और पहाड़ों के ऊपर से इन तीनों टनलों के निर्माण को लेकर संभावनाएं तलाशी जाएंगी।  

पहली बार हो रहा ऐसा सर्वेक्षण

बताया जा रहा है कि भारत में पहली बार इस तरह का सर्वेक्षण पहली बार हो रहा है। इसके लिए एक विदेशी एंटीना की सहायता ली जा रही है। इस ऑपरेशन के तहत वायुसेना भारत में पहली बार इस तरह से हवाई सेवा के माध्यम से सर्वेक्षण कर रही है।  

वायुसेना के हेलीकॉप्टर से सहमे लोग

हिमाचल व केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को जोड़ने के लिए सुरंग निर्माण से पूर्व उसकी संभावनाएं तलाशने के लिए मंगलवार को भारतीय वायुसेना ने हेलीकॉप्टर से सर्वे किया। लोग हेलीकॉप्टर के नीचे लटके कैमरों और एक जालनुमा एंटीना से इतने घबराए कि कुछ लोग इसकी जानकारी लेने कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे पहुंच गए। दोपहर के समय जब कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे से हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी तो औट से लेकर बजौरा के बीच लोगों ने आसमान की तरफ देखा तो एक जालनुमा चीज को हेलीकॉप्टर उठाकर ले जा रहा था। इससे लोग भयभीत हुए और एक दूसरे को संपर्क करने लगे कि आखिर क्या चीज उठाकर ले जाई जा रही है। जब इस बारे कुल्लू-मनाली हवाई अड्डा प्रबंधन से बात की गई तो उन्होंने देर शाम सारी स्थिति स्पष्ट की।

सुरंगों के निर्माण से सफर होगा कम

इन तीन सुरंगों के बनने से मनाली और लेह-लद्दाख का सफर भी कम होगा और साथ ही सर्दी में बर्फबारी के दौरान भी ये सुरंगे सहायक सिद्ध होंगी।

 इस अभियान में पिछले तीन दिन से भुंतर हवाई अड्डे से टीम भारतीय वायुसेना का सहयोग कर रही है। यदि मौसम साफ रहा तो बुधवार से भारतीय वायुसेना सुबह सात से साढ़े सात बजे के बीच में सर्वे शुरू करेगी। यह सर्वे 21 दिसंबर तक चलेगा।

-नीरज कुमार, निदेशक भुंतर एयरपोर्ट  अथॉरिटी।

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