नौणी विश्वविद्यालय ऑनलाइन सिखा रहा कृषि-बागवानी के गुर, तकनीक के सहारे चलाए प्रशिक्षण कार्यक्रम

Nauni University Online Workshop कोरोनाकाल में प्रदेश में जहां पढ़ाई व परीक्षाएं ऑनलाइन हो रही हैं वहीं कृषि व बागवानी के क्षेत्र भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़ा है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Mon, 31 Aug 2020 08:42 AM (IST) Updated:Mon, 31 Aug 2020 08:42 AM (IST)
नौणी विश्वविद्यालय ऑनलाइन सिखा रहा कृषि-बागवानी के गुर, तकनीक के सहारे चलाए प्रशिक्षण कार्यक्रम
नौणी विश्वविद्यालय ऑनलाइन सिखा रहा कृषि-बागवानी के गुर, तकनीक के सहारे चलाए प्रशिक्षण कार्यक्रम

सोलन, जेएनएन। कोरोनाकाल में प्रदेश में जहां पढ़ाई व परीक्षाएं ऑनलाइन हो रही हैं, वहीं कृषि व बागवानी के क्षेत्र भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़ा है। सोलन स्थित वाइएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय प्रदेश के किसानों-बागवानों को यूट्यूब चैनल व फेसबुक पेज के माध्यम से कृषि व बागवानी के गुर सिखा रहा है। कोरोना के कारण जब किसानों के लिए विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं हो पाए तो विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की टीम किसानों की मदद के लिए आगे आई।

विस्तार शिक्षा निदेशालय, विश्वविद्यालय के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग व कृषि विशेषज्ञों के प्रयास से फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल बनाया। इसमें किसानों और बागवानों को नई तकनीक की जानकारी देने व उनकी समस्याओं का निदान करने के लिए आठ से दस मिनट के वीडियो अपलोड किए जाते हैं। पहले लॉकडाउन के बाद से विश्वविद्यालय के यूएचएफ किसान सेवा नाम के फेसबुक पेज ने प्रदेश के पौने दो लाख से अधिक किसानों व बागवान तक पहुंच बना ली है। पेज पर पांच हजार से ज्यादा लाइक मिले हैं। वाइएसपी यूएचएफ के नाम से बनाए यूट्यूब चैनल ने भी 45 हजार लोगों तक पहुंच बनाई है। नौणी विश्वविद्यालय के सूचना एवं जनसंपर्क  अधिकारी सुचेत अत्री ने बताया कि यह कार्य विशेषज्ञ व उनके विभाग की टीम कर रही है।

बागवानों को दी पूरी जानकारी

सेब सीजन के दौरान बागवानों को जागरूक करने के लिए बागवानी विशेषज्ञों ने आठ से दस वीडियो बनाकर अपलोड किए। इनमें छिड़काव करने सहित सेब उत्पादन से संबंधित पूरी जानकारी बागवानों को दी गई। सुचेत अत्री ने बताया कि फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल पर अभी तक 25 के करीब वीडियो अपलोड किए हैं। अब उन्होंने टमाटर उत्पादन पर भी वीडियो अपलोड किया है। इसके अलावा वाट्सएप के माध्यम से भी किसानों को जोड़ा है।

chat bot
आपका साथी