Doctors Strike: हिमाचल में अस्‍पतालों सहित मेडिकल कॉलेज के चिकित्‍सक भी करेंगे आज पेन डाउन स्‍ट्राइक

Himachal Pradesh Doctors Strike हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कालेज में भी मंगलवार से चिकित्सक पेन डाउन स्ट्राइक पर रहेंगे। सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक आपातकालीन व कोविड मरीजों के अलावा किसी को नहीं देखेंगे।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Tue, 29 Jun 2021 07:54 AM (IST) Updated:Tue, 29 Jun 2021 08:17 AM (IST)
Doctors Strike: हिमाचल में अस्‍पतालों सहित मेडिकल कॉलेज के चिकित्‍सक भी करेंगे आज पेन डाउन स्‍ट्राइक
हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कालेज में भी मंगलवार से चिकित्सक पेन डाउन स्ट्राइक पर रहेंगे।

शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Doctors Strike, हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कालेज में भी मंगलवार से चिकित्सक पेन डाउन स्ट्राइक पर रहेंगे। सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक आपातकालीन व कोविड मरीजों के अलावा किसी को नहीं देखेंगे। सोमवार से सभी अस्पतालों में चिकित्सकों की पेन डाउन स्ट्राइक शुरू हुर्ह थी। इसका व्यापक असर देखने को मिला। पंजाब पे कमीशन में प्रेक्टीसिंग अलाउंस को 25 फीसद से 20 फीसद किए जाने और उसे डीए से डी लिंक किए जाने का विरोध कर रहे हैं। पंजाब के चिकित्सक संघ के हड़ताल पर जाने के साथ हिमाचल के चिकित्सकों ने भी उनका साथ दिया है।

पंजाब पे कमीशन को हिमाचल में लागू किया जाना है। इस निर्णय के कारण चिकित्सकों को हर माह सात हजार से 22 हजार रुपये तक का नुकसान होगा। प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ के महासचिव डा. पुष्पेद्र ने बताया कि मंगलवार से मेडिकल कालेज के चिकित्सक भी पेन डाउन स्ट्राइक पर रहेंगे।

वेटनरी डॉक्टर भी करेंगे हड़ताल

पंजाब के पशु चिकित्सों के पक्ष में हिमाचल के पशु चिकित्सक भी हड़ताल करेंगे। हिमाचल प्रदेश पशु चिकित्सा अधिकारी संघ के महासचिव डा. मधु गुप्ता ने कहा कि पंजाब के आंदोलन के संबंध में पहली जुलाई को ओपीडी में सुबह साढ़े नौ बजे से लेकर दोपहर बारह बजे पेन डाउन स्ट्राईक करेंगे। इस दौरान काले बिल्ले लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार के छठे वेतन  आयोग की सिफारिशों में सभी श्रेणियों के डॉक्टरों के गैर अभ्यास भत्ते यानी एनपीए को मूल वेतन के 20 फीसद तक कम कर दिया है और इसे मूल वेतन से अलग भी कर दिया है। इस सिफारिश का चिकित्सकों के वेतन पर भारी असर पड़ा है। डा. गुप्ता ने कहा कि यह निराश करने वाली बात है। पशु चिकित्सा संघ इसका विरोध कर रहा है।

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