रात्रि कर्फ्यू लगाना महज मजाक - चंद्र कुमार

कैबिनेट फैसले में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाए जाने का फैसला लेकर भाजपा सरकार ने अपना मजाक बनाया गया है। चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि रात को तो वैसे ही सीमित आवाजाही होती है तो फिर कर्फ्यू लगाने का औचित्य क्या है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 01:25 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 02:09 PM (IST)
रात्रि कर्फ्यू लगाना महज मजाक - चंद्र कुमार
चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि रात को तो वैसे ही सीमित आवाजाही होती है तो रात का कर्फ्यू किसलिए।

कोटला, जेएनएन। कैबिनेट फैसले में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाए जाने का फैसला लेकर भाजपा सरकार ने अपना मजाक बनाया गया है। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि रात को तो वैसे ही सीमित आवाजाही होती है तो फिर कर्फ्यू रात को लगाने का औचित्य क्या है।

दिन के समय लोगों व वाहनों की मूवमेंट अधिक होती है तथा ऐसे में दिन के समय मूवमेंट पर रोक लगाने की कोई योजना होनी चाहिए थी यानी दिन के समय आवाजाही पर कंट्रोल होता तो अधिक भीड़ कहीं दिखाई नहीं देनी थी। जयराम सरकार लोगों को तंग करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार का सलाहकार न जाने कौन है जो ऐसी सलाह देता है। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना की ही बात की जाए तो क्या कोरोना रात को ही जागता है। उन्होंने कहा कि सरकार का रात्रि कर्फ्यू लगाने का निर्णय लोगों के गले नहीं उतर रहा है।

रैलियों में भीड़ जुटाने से बढ़ा कोरोना

चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना काल में रैलियों में भीड़ जुटाने से तथा शारीरिक दूरी का पालन न करने से लोगों में कोरोना हुआ है और मंत्रियों, विधायकों, सांसदों व मुख्यमंत्री भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। रैलियां भाजपा ने कीं जबकि हताहत गरीब जनता हुई है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई की आग में जनता को धकेला गया है। जनता भाजपा को कभी भी माफ नहीं करेगी।

chat bot
आपका साथी