चित्रकला से इंटरनेट मीडिया में छाया राजा का तालाब का अमन, पेटिंग को आजीविका का साधन बनाना है सपना
कहते की पढ़ाई करने वाले छात्र कभी साधन की तलाश नहीं करते हैं। ऐसे उर्जावान और होनहार छात्र ग्रामीण परिवेश में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लेते हैं। उपमंडल फतेहपुर तहत आती पंचायत डक गांव बस्सियां के अमन कुमार काल्पनिक चित्रकारी में महारत हासिल करते जा रहे हैं।
राजा का तालाब, संवाद सूत्र। कहते की पढ़ाई करने वाले छात्र कभी साधन की तलाश नहीं करते हैं। ऐसे उर्जावान और होनहार छात्र ग्रामीण परिवेश में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लेते हैं। उपमंडल फतेहपुर तहत आती पंचायत डक गांव बस्सियां के अमन कुमार काल्पनिक चित्रकारी में महारत हासिल करते जा रहे हैं। साधारण परिवार से संबंध रखने वाले इस युवा की कलाकारी की आजकल खूब सराहना हो रही है।
अमन कुमार के पिता जसो राम राजा का तालाब में कारपेंटर की दुकान करते हैं। अमन कुमार को बचपन से काल्पनिक चित्रकारी का शौक था। वह बचपन में एक कार्टून टीवी सीरियल देखने से इस कदर प्रभावित हुआ की पहली कक्षा से ही उसे कार्टून बनाने का शौक जाग गया।
दोस्तों ने बढ़ाया आत्मविश्वास
अमन अक्सर अपनी कापियों पर कार्टून बनाता गया और उसके दोस्त उसकी खूब प्रशंसा करते गए।इस बीच उसका आत्म विश्वास बढ़ता गया और उसी के सहारे उसकी कला में भी निखार आया। उसके दोस्त कापियों पर अक्सर अपना नाम ड्राइंग से लिखवाते थे। वह बचपन से लेकर आजकल तक पढ़ाई के अलावा सिर्फ स्केच बनाने पर ही अधिक फोकस करता है। वर्ष 2O18 से उसने पोर्ट्रेट स्केच बनाने शुरू किए हैं। अब तक करीब बीस लोगों के स्केच बनाकर लोगों को दे चुका है।लोग अब उसे इसकी एवज में पैसे भी देना शुरू कर चुके हैं।
इनके बना चुका है स्केच
अमन कुमार संविधान निर्माता भीम राव आंबेडकर, मदर टेरेसा, गुरु नानक देव, गुरु तेग बहादुर, सुभाष चंद्र बोस आदि के स्केच बना चुका है। वह आज की युवा पीढ़ी की तरह स्मार्ट मोबाइल फोन पर चिपके रहने की बजाए इस आर्ट को अपना व्यवसाय बनाने में लगा हुआ है। अपनी कला में वह इस कदर निपुण हो चुका की किसी भी व्यक्ति का आज काल्पनिक स्केच वह बना सकता है।
अक्सर स्केच बनाकर वह इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर देता जिसकी वजह से लोग उसकी खूब प्रशंसा करते हैं । उसका कहना की वह अपनी पेंटिंग एक हजार रूपये में बेचकर अपनी पढ़ाई पर खर्च करता है। अमन कुमार पीजी कालेज देहरी में बीकाम कर रहा है।