नकदी कमी के फेर में सहकारी सभाएं

संवाद सहयोगी, धर्मशाला : नोटबंदी के बाद छाई नकदी कमी के फेर में सहकारी सभाएं फंस गई हैं। आलम यह है क

By Edited By: Publish:Thu, 08 Dec 2016 08:24 PM (IST) Updated:Thu, 08 Dec 2016 08:24 PM (IST)
नकदी कमी के फेर में सहकारी सभाएं

संवाद सहयोगी, धर्मशाला : नोटबंदी के बाद छाई नकदी कमी के फेर में सहकारी सभाएं फंस गई हैं। आलम यह है कि केसीसीबी से रोजाना ढाई करोड़ रुपये की मांग की जा रही है, लेकिन इसके अनुरूप नकदी नहीं मिल रही है। केसीसीबी से 1250 सहकारी सभाएं जुड़ी हैं।

हालांकि बैंक अधिकारी बकायदा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया व नाबार्ड को रोजाना अवगत करवा रहे हैं पर समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। बैंक अधिकारियों की मजबूरी यह है कि सहकारी सभाओं के अलावा खाताधारकों को भी शाखाओं के माध्यम से ही नकदी मुहैया करवानी पड़ रही है। यही कारण है कि केसीसीबी ने अपनी सभी एटीएम बंद रखी हुई हैं। हालांकि अभी 40 फीसद एटीएम नए नोटों के लिए अपडेट होनी हैं। उल्लेखनीय है कि सीमित धन मिलने के कारण ही देहरा में सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों ने एकत्रित होकर केसीसीबी प्रबंधन से रोजाना हर सहकारी सभा को 50 हजार रुपये नकदी देने की मांग उठाई थी।

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'बैंक को सहकारी सभाओं से रोजाना ढाई करोड़ रुपये नकदी दिए जाने की मांग आ रही है। नकदी की कमी से इतना धन सहकारी सभाओं को बैंक जारी नहीं कर सकता है। बैंक प्रयासरत है कि हरेक सहकारी सभा को कुछ न कुछ धनराशि मिले।'

-राखिल काहलों, प्रबंध निदेशक केसीसीबी।

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सहकारी समितियों का विघटन नहीं होने दूंगा : चंबियाल

संवाद सहयोगी, देहरा : देहरा सहकारी समितियों का विघटन कभी नहीं होने दूंगा। यह बात सहकारी समाज कर्मचारी सभा देहरा इकाई के अध्यक्ष महेंद्र सिंह चंबियाल ने कही है। उन्होंने कहा, प्रदेश सहकारी सभा समिति के वित्त सचिव एवं लोअर घलौर सहकारी समिति के सचिव सीता राम वालिया देहरा सहकारी समाज समिति को दोफाड़ कर ज्वालामुखी के लिए अलग से सहकारी कर्मचारी संघ का गठन करने की बात कर रहे हैं। बकौल महेंद्र सिंह, जब ज्वालामुखी के लिए अलग से सहकारी समिति ब्लॉक के निर्माण की घोषणा सरकार ने नहीं की है तो सीता राम वालिया सहकारी कर्मचारी संगठन को दोफाड़ करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, केसीसीबी के चेयरमैन जगदीश सिपहिया एवं निदेशक लेखराज कंवर सहकारी समितियों की आर्थिक चुनौतियों को भलीभाति समझते हैं। उनकी मदद से ही सहकारी समितिया आर्थिक समस्याओं से पार पाने में कामयाब हो पा रही हैं। उन्होंने कहा कि केसीसीबी द्वारा एक सप्ताह में दी जा रही 24 हजार की तय राशि सीमा को शीघ्र ही बढ़ा दिया जाएगा। ........................

नोटबंदी जनता से मजाक : विरेंद्र

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : कांग्रेस के प्रदेश सचिव विरेंद्र कटोच ने नोटबंदी को जनता के साथ मजाक बताया है। कहा कि केंद्र सरकार ने बिना तैयारी नोटबंदी कर दी और इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। पत्रकारों से बातचीत में कहा, नोटबंदी से पहले से ही इंतजाम होना चाहिए था। प्रदेश में कई स्थानों पर लोगों को अपने ही रुपये नहीं मिल पा रहे हैं। नोटबंदी को एक माह का समय हो गया है लेकिन लोगों को दो हजार रुपये के लिए भी कई दिन तक एटीएम व बैंकों के बाहर लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में हालात काफी खराब हैं। कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार का कार्यकाल बेहतर रहा है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में करोड़ों के विकास कार्य हुए हैं। धर्मशाला में शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने विकास को नई दिशा दी है।

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