बांस के पुल के सहारे छोड़ दिए सैकड़ों लोग, पहली बरसात नहीं झेल पाया लंघू-जमरेला सड़क पर बना डंगा

बारिश के चलते डंगा गिरने से इसका बड़ा भाग बह गया। इस कार्य से लोक निर्माण विभाग को करीब 70 लाख का नुकसान हुआ है।

By BabitaEdited By: Publish:Tue, 07 Aug 2018 11:02 AM (IST) Updated:Tue, 07 Aug 2018 11:16 AM (IST)
बांस के पुल के सहारे छोड़ दिए सैकड़ों लोग, पहली बरसात नहीं झेल पाया लंघू-जमरेला सड़क पर बना डंगा
बांस के पुल के सहारे छोड़ दिए सैकड़ों लोग, पहली बरसात नहीं झेल पाया लंघू-जमरेला सड़क पर बना डंगा

बैजनाथ, जेएनएन। उपमंडल के जमरेला गांव के लिए आजादी के इतने साल बाद जो सड़क सुविधा मिलने जा रही थी, उसे लोक निर्माण विभाग की लचर कार्यप्रणाली ने फिर छीन लिया। लंघू-जमरेला सड़क कभी पुल न होने तो कभी अन्य औपचारिकताएं पूरी न होने से आरंभ ही नहीं हुई थी, वहां रविवार को डंगा गिरने से इसका बड़ा भाग बह गया। इस कार्य से लोक निर्माण विभाग को करीब 70 लाख का नुकसान हुआ है, वहीं गांव के लोगों के लिए सड़क सुविधा का सपना निकट भविष्य में फिर पूरा नहीं हो पाएगा। गांव के लिए केवल सड़क ही बंद नहीं हुई है, बल्कि जाने के लिए कोई रास्ता नहीं बचा है।

रविवार रात से हो रही बारिश के कारण सोमवार को विभिन्न स्कूलों व महाविद्यालय के करीब तीन दर्जन से ऊपर विद्यार्थियों के साथ गांव के नौकरी पेशा लोग घरों से नहीं निकल पाए। हालांकि डंगा गिरने व सड़क के धंसने पर विभाग के अधिकारियों ने दौरा किया व गांव के लोगों के लिए एक छोटा सा रास्ता बनाया। लेकिन क्षेत्रवासियों पंचायत प्रतिनिधियों ने लोनिवि और सरकार से मांग की है कि जिस ठेकेदार ने सड़क का कार्य किया, उसकी जांच की जाए। दामोदर, अनूप, मिलाप, करतार, कृष्ण, बलवीर व राजकुमार ने बताया कि कुछ माह पहले ही लाखों रुपये खर्च कर डंगा लगाया गया। कुछ समय बाद ही डंगा बीच से फटना शुरू हो गया। विभाग को बताया तो लीपापोती कर दी गई। यह डंगा पहली बरसात भी नहीं झेल पाया। 

उधर, लोनिवि के सहायक अभियंता विनीत कुमार शर्मा ने बताया कि मैंने मौके का दौरा किया। विभाग को यहां पर डंगा गिरने के कारण 60 से 70 लाख का नुकसान हुआ है। पानी के लिए सही निकासी न होने के कारण पानी डंगे की ओर आ गया। विभाग फिर भी इसकी जांच कर रहा है। लोगों को आने-जाने के लिए कोई असुविधा न हो, इसके लिए अस्थाई रास्ता बनाया गया है।

कुछ माह पहले लगाया डंगा पहली बारिश में ढह गया। अगर यह कार्य दोबारा होगा तो इतना पैसा और खर्च होगा। सोमवार को डंगे के गिरने से बंद हुई सड़क के कारण दर्जनों विद्यार्थियों के साथ नौकरी पेशा लोग ड्यूटी पर नहीं जा सके।

 सरकार व विभाग को इस सड़क को प्राथमिकता के आधार पर बनाना चाहिए। आजादी के इतने साल बाद भी गांव सड़क सुविधा से वंचित है।

-अमी चंद, उपप्रधान, गदियाड़ा पंचायत

लदोह पंचायत में भी भारी नुकसान

बारिश के कारण पंचरुखी क्षेत्र के लदोह पंचायत के वार्ड पांच में गांव व बावड़ी को जाने वाले रास्ते का डंगा पानी के तेज बहाव में बह गया है। पंचायत प्रधान चैनर सिंह ने कहा कि जनप्रतिनिधियों ने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया है। दूसरी ओर घाड़-मझैरनू सड़क भी कई जगह से टूट चुकी है। 

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