Chamba News: लाहौल स्पीति के बाद अब चंबा में भी होगी हींग की पैदावार, किसानों ने लगाए पौधे

Chamba News चंबा जिला के विकासखंड भरमौर के होली मैहला के कुंर व पांगी के शोर में किसानों ने 1200 वर्ग मीटर में हींग के पौधे रोपित किए है। हिमाचल के लाहौल स्पीति के बाद अब चंबा में भी में हींग की पैदावार होगी

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 31 Jan 2023 07:43 PM (IST) Updated:Tue, 31 Jan 2023 07:43 PM (IST)
Chamba News: लाहौल स्पीति के बाद अब चंबा में भी होगी हींग की पैदावार, किसानों ने लगाए पौधे
हिमाचल के लाहौल स्पीति के बाद अब चंबा में भी में हींग की पैदावार होगी

चंबा, संवाद सहयोगी। हिमाचल के लाहौल स्पीति के बाद अब चंबा में भी में हींग की पैदावार होगी। इसके लिए कृषि विभाग चंबा ने जिला के आठ किसानों को प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही कृषि विभाग चंबा ने हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएचबीटी) पालमपुर से 1200 पौधे हींग पौधे दिए गए है।

मौजूदा समय में हींग की जरूरत को पूरा करने के लिए अफगानिस्तान, ईरान और तुर्किस्तान से अरबों रुपये का हींग खरीदा जाता है। प्रदेश ही नहीं अपितु देश में हींग की खेती कम होती है। यहां से देश की जरूरत पूरी नहीं हो पाती है। लिहाजा अब चंबा के विकास खंड भरमौर,मैहला व पांगी में इस पर काम करना शुरू कर दिया है।

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चंबा में हींग की खेती

चंबा जिला के विकासखंड भरमौर के होली, मैहला के कुंर व पांगी के शोर में किसानों ने 1200 वर्ग मीटर में हींग के पौधे रोपित किए है। हींग की खेती ठंडे इलाकों में होती है। इसके लिए जिला चंबा के भरमौर,पांगी सहित तीसा समेत चंबा की की कई जगहों में अपार संभावनाएं हैं। इस पर कृषि विभाग चंबा की ओर से अब हींग की खेती के लिए किसानों को प्रेरित किया जाएगा। खेती होने के बाद किसान अच्छी आय अन्य फसलों के मुकाबले अर्जित कर सकेंगे।

चंबा जिला में कृषि विभाग ने किसानों को केसर की खेती के बाद अब हींग की पैदावार करने के लिए जागरूक किया है। साथ ही किसानों को प्रशिक्षण के देने के अलावा उन्हें पौधे भी उपलब्ध करवाए गए हैं। कृषि विभाग चंबा के उपनिदेशक कुलदीप धीमान ने बताया कि जिला के किसानों को हींग की खेती के लिए विभाग द्वारा जागरूक किया जा रहा है। जिस कारण लोगों में हींग की खेती की ओर रूझान लगातार बढ़ता जा रहा है। विभाग फरवरी माह में 2500 पौधे और वितरित किए जाएंगे।

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एक पौधे देता है एक किलो हींग

एक पौधे में एक किलो हींग का उत्पादन होता है। खाली जगहों पर हींग की खेती कर अच्छी आय अर्जित होती है। मौजूदा समय में बाजारों में एक किलो हींग की कीमत करीब 35 हजार रुपये है।

यह है खासियत

हींग तेज गंध वाला पदार्थ होता है। यह खाने में सुगंध और स्वाद के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें औषधीय गुण भी है। यह पेट की बीमारियों में आराम देता है।हींग के एक पौधे की आयु पांच साल होती है। पांच साल के बाद नए पौधे किसानों को लगाने होते है।

भारत में 1145 टन हींग का किया जाता है आयात

भारत में हींग का विदेशों से आयात किया जाता है। अकेले अफगानिस्तान से ही 77 मिलियन यूएसडी हींग आयात किया जाता है। इसके अलावा ईरान और उज्बेकिस्तान से भी इसे मंगवाया जाता है। इसका उत्पादन ठंडे क्षेत्रों में होता है। बाजार में हींग 35 से 40 हजार रुपये प्रति किलो बिकता है।

35000 रुपये प्रति किलो है हींग की कीमत

अंतरराष्ट्रीय बाजार में हींग की कीमत 35 हजार रुपये प्रति किलो है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत हींग का दुनिया में सबसे अधिक खपत करने वाला देश है। हिमालय क्षेत्रों में हींग उत्पादन होने के बाद किसानों को इसकी अच्छी कीमत मिलेगी।

इन रोगों में कारगर है हींग

हींग पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे पेट दर्द, गैस, अपच और कब्ज में फायदेमंद है। हींग खाने से पेट के कीड़े निकल जाते हैं। दांतों में कीड़ा लगने पर दांत के नीचे हींग रखकर सो जाने से दांतों के कीड़े नष्ट हो जाते हैं। हींग दाद, खाज, खुजली जैसे चर्म रोगों को ठीक कर देती है। बवासीर की समस्या होने पर हींग का लेप लगाने से आराम मिलता है।

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