निजी क्षेत्र में पूरी दंत चिकित्सा, सरकारी में नामात्र

जागरण संवाददाता बिलासपुर जिला बिलासपुर में दंत रोगों के इलाज के लिए सरकारी क्षेत्र में

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 05:01 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 05:01 PM (IST)
निजी क्षेत्र में पूरी दंत चिकित्सा, सरकारी में नामात्र
निजी क्षेत्र में पूरी दंत चिकित्सा, सरकारी में नामात्र

जागरण संवाददाता, बिलासपुर : जिला बिलासपुर में दंत रोगों के इलाज के लिए सरकारी क्षेत्र में खोले गए क्लीनिकों में कहीं भी जनता को पूरी सेवाएं नहीं दी जा रही हैं। कोरोनाकाल में अनलॉक होने के कई माह के बाद निजी क्षेत्र के तमाम क्लीनिकों में तो लगातार दंत रोगों का इलाज किया जा रहा है लेकिन सरकारी क्षेत्र में नहीं हो रहा है। इस कारण लोगों को महंगे दाम पर निजी क्षेत्र का रुख करना पड़ रहा है।

क्षेत्रीय अस्प्ताल बिलासपुर के चिकित्सा अधीक्षक डा. नरेंद्र भारद्वाज का कहना है कि दंत रोगों से संबंधित साधारण दांत निकालने आदि का काम तो हो रहा है लेकिन आरसीटी व दूसरे इसी तरह के इलाज के दौरान कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है लिहाजा इस मामले में एहतियात बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले के सभी क्लीनिकों में भी ऐसा ही है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में यदि क्लीनिकों में अगर ऐसा किया जा रहा है तो यह घातक है। इन पर प्रशासन को नकेल कसनी चाहिए।

बिलासपुर जिले में वर्तमान में क्षेत्रीय अस्पताल, घुमारवीं व दूसरे तमाम सामुदायिक अस्पतालों में भी दंत क्लीनिक की व्यवस्था है। यहां पर दंत चिकित्सकों की तैनाती भी की गई है या फिर डेंटल मैकेनिक आदि की नियुक्ति की गई है। सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने मई के बाद अनलॉक के बाद डेंटल सेवाएं शुरू करने के निर्देश दिए थे लेकिन इस दौरान सिर्फ इन क्लीनिकों में सामान्य सेवाएं ही शुरू हुई और दांतों के रोगों से जुड़ी अन्य सेवाएं शुरू नहीं हो पाईं। जबकि निजी क्षेत्र में लोगों को दांतों संबंधी रोगों की पूरी सेवाएं दी जा रही हैं।

घुमारवीं में अस्प्ताल में भी डाक्टर तैनात होने के बावजूद सारी सेवाएं शुरू नहीं हो पाई हैं। यहां बीएमओ डा. अभीनीत शर्मा ने कहा कि सभी सेवाएं कोरोना के कारण नहीं दी जा रही हैं। अगर निजी क्षेत्र में इसके विपरीत सेवाएं दी जा रही हैं तो वह इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।

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