अब 845956 मतदाताओं के हाथ 46 प्रत्याशियों का भाग्य, 769081 नए मतदाताओं की भूमिका रहेगी अहम

46 प्रत्याशी सियासी रण में पसीना बहा रहे हैं। अब फैसला मतदाताओं को करना है। 21 अक्टूबर को निर्णय इवीएम में कैद हो जाएगा। जिले में 76

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 07:30 AM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 07:30 AM (IST)
अब 845956 मतदाताओं के हाथ 46 प्रत्याशियों का भाग्य, 769081 नए मतदाताओं की भूमिका रहेगी अहम
अब 845956 मतदाताओं के हाथ 46 प्रत्याशियों का भाग्य, 769081 नए मतदाताओं की भूमिका रहेगी अहम

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : 46 प्रत्याशी सियासी रण में पसीना बहा रहे हैं। अब फैसला मतदाताओं को करना है। 21 अक्टूबर को निर्णय ईवीएम में कैद हो जाएगा। जिले में 76873 नए मतदाताओं की भूमिका अहम रहेगी। हर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी चुनने में इनकी अहम भूमिका रहेगी। गत विधानसभा चुनाव में कुल वोट 769081 थी, जो अब बढ़कर 844736 हो गई है। यमुनानगर, जगाधरी, साढौरा और रादौर चारों विधानसभा सीटों पर इस बार कड़ा मुकाबला दिखाई दे रहा है।

चारों विधानसभा सीटों पर वोटों का गणित

कुल मतदाता 845956 है। इनमें 452639 पुरुष व 393316 महिलाएं हैं। यमुनानगर विधानसभा सीट पर कुल वोट 223998 हैं। यहां 119933 पुरुष व 104065 महिलाएं, जगाधरी विधानसभा सीट पर 216163 है। इनमें 115515 पुरुष और 100647 महिलाएं हैं। साढौरा में कुल वोट 211069 हैं। यहां पुरुष 112961 और महिलाएं 98108 हैं। रादौर विधानसभा सीट पर 194726 है। पुरुष 104230 और महिलाएं 90496 हैं।

यमुनानगर विधानसभा सीट

यहां वर्ष-2014 के चुनाव में कुल वोटर 202329 थे। 21669 हजार युवा मतदाता जुड़े और अब संख्या बढ़कर 223998 हो गई है। 2009 के विधानसभा चुनाव में मुकाबला इनेलो व कांग्रेस के बीच रहा। इनेलो से दिलबाग सिंह और कांग्रेस से देवेंद्र चावला मैदान में थे। दिलबाग सिंह को 46984 व देवेंद्र चावला को 33411 वोट पड़े थे। 2014 की बात की जाए तो मुकाबला भाजपा व इनेलो के बीच रहा। भाजपा के घनश्याम दास अरोड़ा 79943 वोट से जीत गए, जबकि इनेलो प्रत्याशी को 51498 वोट पड़े थे। अब भाजपा से घनश्याम दास अरोड़ा व इनेलो से दिलबाग सिंह के बीच कांटे की टक्कर बनी हुई है।

जगाधरी विधानसभा सीट

2014 के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या एक लाख 93 हजार थी। 23161 युवा मतदाता इस बार जुड़े हैं। संख्या बढ़कर 216161 गई है। जगाधरी विधानसभा सीट से 2009 में यहां बीएसपी से अकरम खान और कांग्रेस से सुभाष चौधरी के बीच मुकाबला रहा। अकरम खान 39868 वोट लेकर जीत गए थे। 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में जगाधरी सीट से भाजपा ने बढ़त बनाई है। यहां भाजपा से कंवरपाल व बसपा से अकरम खान के बीच मुकाबला हुआ। कंवरपाल को 74203 व अकरम को 40047 वोट पड़े थे। अब मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है। भाजपा से लगातार दूसरी बार मैदान में उतरे कंवरपाल, कांग्रेस से अकरम खान व बसपा से आदर्श पाल प्रत्याशी हैं।

साढौरा विधानसभा सीट

इस सीट पर 2014 में 193752 वोट थे। यहां करीब 17317 युवा मतदाता नए जुड़े हैं। अब संख्या बढ़कर 211069 हो गई है।

साढौरा विधानसभा सीट पर 2009 में साढौरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजपाल भूखड़ी को 47263 और इनेलो से प्रत्याशी रहे बलवंत सिंह को 38650 वोट पड़े थे। 2004 में बलवंत सिंह भाजपा में शामिल हो गए और उनकी टक्कर इनेलो से प्रत्याशी पिकी छप्पर से हुई। बलवंत सिंह को 63772 व इनेलो से प्रत्याशी रही पिकी छप्पर को 49626 वोट पड़े। अब मुकाबला भाजपा के बलवंत सिंह व कांग्रेस से प्रत्याशी रेणू बाला के बीच है।

रादौर विधानसभा सीट

2014 में हुए चुनाव के दौरान कुल वोट एक लाख 80 मतदाता थे। इस बार संख्या बढ़कर 194726 हो गई है। यहां 14726 नए मतदाता जुड़े हैं। रादौर विधानसभा सीट पर 2009 में इनेलो व कांग्रेस के बीच मुकाबला हुआ। इनेलो से प्रत्याशी रहे डॉ. बिशन लाल सैनी को 29593 वोट पड़े, जबकि कांग्रेस से सुरेश कुमार को 25198 वोट पड़े थे। 2014 में रादौर विधानसभा सीट पर समीकरण बदल गए। यहां मुकाबला भाजपा व इनेलो के बीच हुआ। भाजपा से प्रत्याशी रहे श्याम सिंह राणा को 67076 वोट पड़े, जबकि इनेलो से उम्मीदवार रहे राजकुमार बुबका को 28369 वोट पड़े थे। अब मुकाबला भाजपा से कर्णदेव कांबोज व कांग्रेस से डॉ. बिशन लाल सैनी के बीच है।

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