नियम 134ए : नहीं हुआ परिणाम घोषित, अभिभावक इंतजार कर लौटे

नियम 134ए के तहत बच्चे का दाखिला करवाना अभिभावकों को भारी पड़

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Apr 2019 11:30 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 06:57 AM (IST)
नियम 134ए : नहीं हुआ परिणाम घोषित, अभिभावक इंतजार कर लौटे
नियम 134ए : नहीं हुआ परिणाम घोषित, अभिभावक इंतजार कर लौटे

जागरण संवाददाता, सिरसा :

नियम 134ए के तहत बच्चे का दाखिला करवाना अभिभावकों को भारी पड़ रहा है। कभी अभिभावकों को रोल नंबर नहीं मिल पा रहा तो कभी कागजातों की कमी को पूरा करने के लिए अभिभावक बीईओ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। नियम 134ए के तहत वीरवार को बच्चों का परिणाम घोषित होना था लेकिन देर शाम तक अधिकारियों के पास परिणाम की कोई सूचना नहीं थी। ऐसे में कई अभिभावक बीईओ कार्यालय में बैठकर परिणाम घोषित होने का इंतजार करते रहे तो अनेक अभिभावक चक्कर काट कर वापस लौट गए।

शिक्षा का अधिकार अधिनियम 134ए के तहत बच्चों को मनपसंद स्कूल में मुफ्त में शिक्षा प्राप्त करवाई जानी है। जिसमें अभिभावकों की इनकम और बच्चों की ली परीक्षा में नंबरों के अनुसार ही स्कूल में दाखिला करवाया जाना संभव है। लेकिन बच्चों का दाखिला करवाना अभिभावकों की भारी परेशानी बना हुआ है। जिलेभर के 3700 विद्यार्थियों में से 3295 बच्चों ने परीक्षा दी थी। परीक्षा के बाद 18 अप्रैल को इसका परिणाम घोषित होना था लेकिन किन्हीं कारणों से बृहस्पतिवार देर शाम तक परिणाम घोषित नहीं हो पाया। ऐसे में गांवों से आए अभिभावकों को खाली हाथ लौटना पड़ा।

पहले तीन बजे तो फिर छह बजे का दिया समय

परिणाम की घोषणा को लेकर डिग रोड, बाजेकां, खाजाखेड़ा, रंगड़ी, नटार, शेरपुरा, सुचान, मंगाला, टीटूखेड़ा व अन्य कई गांवों के अभिभावक अपने बच्चों के साथ सुबह ही बीईओ कार्यालय में पहुंचे। बीईओ कार्यालय में तीन बजे परिणाम घोषित होने का नोटिस लगा दिया गया। परिणाम के तीन बजे आने की सूचना मिलते ही कई अभिभावक तो वापस लौट गए तो कई अभिभावक बीईओ कार्यालय में बैठकर तीन बजने का इंतजार करते रहे। इसके बाद शिक्षा विभाग की ओर से फिर छह बजे परिणाम घोषित होने की सूचना दी गई तो अभिभावक परेशान होकर वापस लौट गए। आवेदन करने से अब तक की प्रक्रिया पर एक नजर

नियम 134ए के तहत आवेदन करने के लिए 28 मार्च से शुरू कर दी गई थी जिसमें अभिभावक आनलाइन और ऑफलाइन आवेदन करने के असमंजस में पड़े रहे।

इसमें कभी वेबसाइट नहीं चल पाई तो कभी सर्वर डाउन मिला। जिसके कारण अभिभावकों ने फीस देकर निजी दुकानों से आवेदन किए। आवेदन करने की प्रक्रिया 11 अप्रैल तक चली जिसमें अभिभावकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। आवेदनों के बाद कई बच्चों के गलत फार्म भरे जाने पर उनके फार्म भी रिजेक्ट कर दिए गए। 12 अप्रैल को आवेदकों की लिस्ट जारी की जानी थी और कागजातों की वेरिफिकेशन के बाद बच्चों को रोल नंबर जारी किया जाना था। लेकिन पहले दिन बिजली की खराबी के कारण कंप्यूटर नहीं चल पाए और किसी भी बच्चों को रोल नंबर नहीं मिल पाए। जिसके कारण अभिभावकों को पहले ही दिन दिन खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। इसके बाद 13 अप्रैल को भी अभिभावकों को परेशान होना पड़ा। सुबह से बीईओ कार्यालय में पहुंचे अभिभावक न तो कागजातों की वेरिफिकेशन करवा पाए और न ही रोल नंबर प्राप्त कर पाए।

14 अप्रैल परीक्षा का दिन

14 अप्रैल को नियम 134ए की विभिन्न सेंटरों पर बच्चों की परीक्षा ली गई। जिसमें कई अभिभावकों को सेंटर के बाहर ही रोल नंबर लेना पड़ा तो कई अभिभावकों को सेंटर के लिए भटकना पड़ा। कई अभिभावकों को तो परीक्षा के बाद कागजात जमा करवाए। बच्चों की परीक्षा खत्म हुई लेकिन परेशानी नहीं

शिक्षा विभाग ने सभी बच्चों के जल्दी में दस्तावेज तो जमा करवा कर रख लिए लेकिन बाद जब जांच शुरू की तो कई तरह की कमियों को निकाल कर रख दिया। और कमियों को दूर करने के लिए अभिभावकों को फोन कर दोबारा से दस्तावेजों को बीईओ कार्यालय में जमा करवाने के लिए बुलाया गया। जिसके बाद वीरवार को भी काफी संख्या में अभिभावक अपने और बच्चों के दस्तावेजों को लेकर बीईओ कार्यालय में पहुंचे। मोबाइल नंबर पर आएगा परिणाम का मैसेज

18 अप्रैल को परिणाम घोषित होना था। लेकिन शिक्षा विभाग ने पहले तीन बजे परिणाम घोषित करने की सूचना दी थी और बाद में छह बजे तक परिणाम घोषित करने की सूचना दी है। परिणाम घोषित होते ही सभी अभिभावकों के मोबाइल नंबर पर मैसेज पहुंच जाएगा। जिसमें बच्चे की परीक्षा के अंकों की जानकारी मिल जाएगी। इसके लिए अभिभावकों को परेशानी होनी की आवश्यकता नहीं है।

सुशील शर्मा, नोडल अधिकारी, नियम 134ए

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