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    Rohtak Honour Killing: मृतका के दोस्त मोनू ने परिवार पर लगाए आरोप,कहा- नहर पर मारकर गाड़ी से ले गए सीधा श्मशान

    By Jagran NewsEdited By: Gurpreet Cheema
    Updated: Fri, 26 May 2023 08:26 AM (IST)

    रिठाल नरवाल गांव की दिव्या की मौत मामले में दोस्त मोनू ने परिवार पर हत्या के आरोप लगाए हैं। मोनू ने बताया कि परिवार वाले दिव्या को एक गाड़ी में खेतों ...और पढ़ें

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    रिठाल नरवाल गांव की दिव्या की मौत मामले में दोस्त मोनू सामने आया है।

    रोहतक, राहुल रापड़िया। रिठाल नरवाल गांव की दिव्या की मौत मामले में पुलिस जहां कड़ियां जोड़ने में ही उलझी हुई है। वहीं एक शख्स अब नए दावों के साथ सामने आया है। रिठाल नरवाल गांव का ही मनीष उर्फ मोनू खुद को दिव्या का बचपन का दोस्त बता रहा है। उसका ये तक कहना है कि हत्या की सूचना भी उसी ने पुलिस को दी थी। वो मामले में मुख्य शिकायतकर्ता था लेकिन पुलिस ने उसकी बजाय खुद को मामले में शिकायतकर्ता बना लिया।

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    मोनू ने हत्या का दावा किया

    दूसरी ओर ग्रामीण भी अब दबी जुबान में घटना की कहानी बता रहे हैं। दोनों कहानी अलग-अलग हैं। पहले मामले में गांव के ही मनीष उर्फ मोनू का दावा है कि वो आठवीं क्लास से दिव्या का दोस्त था। उसके साथ दोस्ती से दिव्या के परिवार वाले नाराज रहते थे।

    इसी नाराजगी में वो साल 2020 में भी दिव्या को मारने की कोशिश कर चुके थे। मोनू के मुताबिक, घटना वाले दिन दिव्या ने उसे सुबह करीब साढ़े आठ बजे और बाद में दस बजे फोन किया था। उसने कहा था कि उसके परिवार वाले उसकी हत्या करने की तैयारी कर चुके हैं।

    मौत से पहले दिव्या ने मौनू से की थी बात

    उसने अपने आप को कमरे में बंद कर रखा है। मोनू ने बताया कि इसके बाद उसे पता चला कि परिवार वाले दिव्या को एक गाड़ी में खेतों में नहर की ओर लेकर गए हैं। बाद में उसकी लाश लाकर अंतिम संस्कार करने लगे तो उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत के बजाय खुद ही मामले में शिकायतकर्ता बन गई। वो खुलकर सामने आने को तैयार है।

    मोनू ने बताया कि घटना वाले दिन दिव्या की नहर की ओर ले जाकर हत्या की गई। फिर गाड़ी से शव गांव में लाए। ग्रामीणों को बताया गया कि बीमार चल रहे दिव्या के दादा की मौत हो गई है। ग्रामीणों ने दादा के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियां डाल चिता तैयार कर दी। इसके बाद आरोपित चुपचाप श्मशान में गए और चिता पर दिव्या का शव रख उसका अंतिम संस्कार कर दिया।

    परिवार ने पहले ही रच ली थी हत्या की साजिश

    मोनू की मानें तो दिव्या के परिवार वाले उसकी हत्या की तैयारी पहले से कर चुके थे। दिव्या के भाई और छोटी बहन को उनकी बुआ के पास भेज दिया गया था। दादा को भी रिश्तेदारी के यहां ही भेजा गया था। गोहाना में रहने वाला उनका एक रिश्तेदार गांव में आया हुआ था। वो हत्या में शामिल था। मोनू ने दिव्या के पिता राजेंद्र, मां, गोहाना वाला रिश्तेदार और एक पड़ोसी जस्सू शामिल हैं।

    मोनू ने की पुलिस से सुरक्षा की मांग

    मोनू ने अब पुलिस सुरक्षा की भी मांग की है। उसने बताया कि वह हत्या के बाद से गांव नहीं आया है, उसे आरोपितों से जान का खतरा है। उसने रोहतक पुलिस को मामले में शिकायत भेजी है। जिसमें उसने अपनी जान का खतरा बताते हुए पुलिस सुरक्षा मांगी है।

    मोनू पर भी कुछ लोगों ने लगाया आरोप

    दिव्या की मौत मामले में आरोपित तो खुद सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन एक रिश्तेदार व कुछ ग्रामीणों ने बताया कि मोनू अपराधी किस्म का शख्स है। वो कई साल से दिव्या को परेशान कर रहा था। एक ग्रामीण के अनुसार, दिव्या की शादी उसकी मर्जी से हुई थी, लेकिन मोनू ने उसकी शादी तुड़वा दी। उसने दिव्या के पति के साथ शादी के कुछ दिन बाद ही रास्ते में मारपीट की थी, जिस वजह से दिव्या पति से अलग हुई थी।

    दिव्या पर दबाव बनाया जा रहा था

    रिठाल नरवाल के ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ महीने से मोनू दिव्या पर काफी दबाव बना रहा था। उसी के दबाव में उसने आत्महत्या की लेकिन परिवार ने लोकलाज के भय से बेटी के सुसाइड करने की बात पुलिस से छिपाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया, यही उनकी गलती रही।

    बयान दर्ज कर पुलिस कर रही है जांच

    परिवार के कुछ लोगों ने बताया कि दिव्या की मौत घर पर ही फंदा लगाने से हुई थी। पुलिस को वो कमरा भी दिखाया, लेकिन पुलिस कमरे में पंखा न होने की जो बात कह रही है वो अधूरी है। दिव्या का फंदा पंखे से खुल नहीं रहा था, जिसकी वजह से पंखे का बोल्ट खोला गया फिर फंदा व पंखा निकाल दिया गया था। वहीं, एएसआई मुकेश कुमार ने बताया कि मामले में कुछ ग्रामीणों के बयान दर्ज किए हैं। आज पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। जांच के दौरान जो तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।