ग्राम सचिव पेपर लीक मामले में सामने आई बड़ी बात, हरियाणा में ये जिला है गिरोह का मुख्य ठिकाना

हरियाणा में ग्राम सचिव पेपर लीक की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद पानीपत पुलिस 14 आरोपितों को आज गुरुवार को अदालत में पेश करेगी। छह आरोपितों का दोबारा रिमांड लिया जाएगा। 10 परीक्षार्थियों तक आंसर-की पहुंचाई जानी थी।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 11:19 AM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 11:19 AM (IST)
ग्राम सचिव पेपर लीक मामले में सामने आई बड़ी बात, हरियाणा में ये जिला है गिरोह का मुख्य ठिकाना
पेपर लीक के 14 आरोपितों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।

पानीपत, जेएनएन। ग्राम सचिव पेपर लीक करने की साजिश के मामले के परतें खुलने लगी हैं। इस गिरोह का मुख्य ठिकाना रोहतक है। वहीं से पेपर लीक की साजिश रची गई। मास्टरमाइंड बहादुरगढ़ के दीपक, मतलौडा के नरेश और अन्य 16 आरोपितों की तलाश में एसाइटी की चार टीमें रोहतक, बहादुरगढ़, दिल्ली, जींद और सोनीपत सहित 12 संभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही हैं।

वहीं तीन दिन का रिमांड पूरा होने पर एसआइटी 14 आरोपितों को अदालत में पेश करेगी। इनमें पैराडाइज स्कूल मालिक जगदीप, पुष्पेंद्र और गन्नौर के राहुल को रिमांड पर लिया जाएगा। रिमांड के दौरान फरार आरोपितों के ठिकानों का पता लगाएगी।

एसआइटी की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपितों में से दस परीक्षार्थी थे। जिन तक आंसर-की पहुंचाई जानी थी। जांच बढ़ेगी तो और भी परीक्षार्थी जांच के दायरे में आ सकते हैं। केंद्र अधीक्षक और पर्यवेक्षक से भी पूछताछ की जाएगी। इस गिरोह में 16 आरोपितों के नाम सामने आ चुके हैं।  

शिक्षक ने नरेश की मुलाकात जगदीप से कराई थी

बताया गया है कि सरकारी स्कूल में कार्यरत देहरा गांव के एक शिक्षक (जेबीटी) ने मास्टरमाइंड मतलौडा के नरेश को स्कूल मालिक जगदीप से मिलवाया था। शिक्षक के दो परिचित युवक स्कूल में परीक्षा दे रहे थें। उन दोनों के अलावा अन्य कई परीक्षार्थियों तक आंसर-की भिजवानी थी। गिरोह का भंडाफोड़ होते ही शिक्षक और नरेश फरार हैं। आशंका है कि दोनों आरोपितों ने पहले भी पेपर लीक किए होंगे। असलियत का पता आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद चलेगा।

राहुल पहले भी नौकरी लगवाने के लिए रुपये लेता रहा है

पुलिस की जांच में सामने आया है कि गन्नौर का राहुल पहले भी रुपये लेकर युवकों को सरकारी नौकरी लगवाता रहा है। वह पेपर हल भी करता था। पुलिस उसकी कुंडली खंगाल रही है कि वह कितनी नौकरियों की भर्ती में पेपर सॉल्व कर चुका है। इनमें उसके साथ कितने लोग शामिल हैं।

कोचिंग सेंटर की देखरेख करता था राजेश

सिवाह के राजेश के पिता सत्यवान किसान हैं। पानीपत की बिशनस्वरूप कालोनी में गन्नौर के युवक ने कोचिंग सेंटर खोल रखा है। इस सेंटर की देखरेख राजेश करता था। यहीं पर उसके पास मतलौडा का नरेश की आता था। नरेश ने ही राजेश का पैराडाइज स्कूल में परीक्षा में ड्यूटी लगवाई थी। राजेश ने ही साल्वर राहुल और किशनपुरा के वैभव से आंसर-की लेकर परीक्षा सेंटर पर पहुंचानी थी।

हिसार से भी जुड़े हो सकते हैं तार

पेपर लीक के प्रयास के मामले के तार हिसार से भी जुड़े हो सकते हैं। एसआइटी की एक टीम बुधवार को भी हिसार भी पहुंची। वहां पर परीक्षा सेंटर के बाहर मतलौडा का जगबीर और किरोड़ी का प्रदीप बैठे थे। जिन्होंने वाकी-टाकी से प्रवीण को प्रश्नों की बताई थी। शक है कि जगबीर का संबंध मास्टरमाइंड मतलौडा के नरेश के साथ है।

यह है मामला

पैराडाइज स्कूल में ग्राम सचिव का पेपर लीक कराने के प्रयास में स्कूल संचालक जगदीप, उसका बेटा अनुज, रोहतक के सांपला का पुष्पेंद्र, उसका भाई दिल्ली पुलिस का सब इंस्पेक्टर विश्वजीत, राहुल, अनुज, अंकित, देवेंद्र और वैभव सहित 14 आरोपितों को सीआइए समालखा और सीआइए-टू ने गिरफ्तार किया था। उक्त सभी आरोपित तीन दिन की पुलिस रिमांड पर हैं। परीक्षा पास करवाने के लिए 12-12 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था।

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