दिल्‍ली कोर्ट ग्रुपडी भर्ती पेपर लीक मामला: अब एसटीएफ के हाथ जींद में हुए पेपर लीक की जांच

जींद मेें हुए दिल्ली जिला अदालत की ग्रुप डी की भर्ती के पेपर लीक मामले की जांच अब आगे बढ़ चुकी हैैै। अब एसटीएफ दिल्ली कोर्ट भर्ती के पेपर लीक मामले की जांच करेगी। साल्वर गैंग की जड़ तक पहुंचने के लिए डीजीपी ने सौंपी जांच।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 10:00 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 10:37 AM (IST)
दिल्‍ली कोर्ट ग्रुपडी भर्ती पेपर लीक मामला: अब एसटीएफ के हाथ जींद में हुए पेपर लीक की जांच
दिल्ली जिला अदालत की ग्रुप डी की भर्ती के पेपर लीक मामला।

जींद, जेएनएन।  दिल्ली जिला अदालत की ग्रुप डी की भर्ती के पेपर लीक मामले की जांच अब स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) करेगी। भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक करने वाले इस गिरोह की जड़ तक पहुंचने के लिए डीजीपी मनोज यादव ने जांच को जिला पुलिस के बजाय एसटीएफ से करवाने के आदेश दिए हैं।

इस मामले में पकड़े गए आरोपित गांव दनौदा कलां निवासी सुरेंद्र व दनौदा खुर्द निवासी हरदीप ने जींद अपराध शाखा पुलिस की पूछताछ में बताया था कि गिरोह का सरगना गांव काकड़ौद निवासी अशोक इससे पहले दिल्ली, सेंटर भर्ती बोर्ड की सात भर्तियों के पेपर को लीक करवा चुका है। 28 फरवरी को दिल्ली जिला अदालत की ग्रुप डी की भर्ती पेपर को लीक करने का यह आठवां प्रयास था। जब पुलिस ने पोल्ट्री फार्म पर छापेमारी की तो उस समय 20 युवकों के पेपर को फोन के माध्यम से सॉल्व करवाया जा रहा था।

गिरोह द्वारा पोल्ट्री फार्म की तरफ जाने वाले रास्ते पर युवकों को खड़ा किया हुआ था। जब पुलिस की गाड़ी पोल्ट्री फार्म की तरफ बढ़ी तो गिरोह के लोगों को पहले ही भनक लग गई और गिरोह का सरगना अशोक सहित दूसरे युवक खेतों से होते हुए फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने पीछा करके चंडीगढ़ में कैग में तैनात सुरेंद्र व हरदीप को काबू कर पाई थी। उसके बाद से पुलिस पांच टीमें लगातार सरगना अशोक को काबू करने के लिए दबिश दे रही है, लेकिन उसका सुराग नहीं लग पाया है। डीएसपी जितेंद्र खटकड़ ने कहा कि एसटीएफ जांच का पत्र डीजीपी कार्यालय से मिला है। अब आगे की जांच एसटीएफ द्वारा की जाएगी।

सरगना के खिलाफ दिल्ली में भी तीन मुकदमे दर्ज

28 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने परीक्षा के दौरान अलग-अलग केंद्रों से 20 परीक्षार्थियों को ब्लूटूथ के माध्यम से परीक्षा देते हुए पकड़ा था। पकड़े गए यह युवक उचाना थाना क्षेत्र के गांव नचारखेड़ा, काकड़ौद, अलीपुरा के रहने वाले हैं, जो काकड़ौद के पोल्ट्री फार्म में बैठे साल्वर गैंग के लोगों से फोन के माध्यम से जुड़े हुए थे। पकड़े गए युवकों ने भी पूछताछ में खुलासा किया था कि पेपर क्लीयर करवाने की एवज में गांव काकड़ौद निवासी अशोक ने रुपये लिए हुए थे। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने रोहिणी थाना सहित तीन जगहों पर आरोपित अशोक के खिलाफ केस दर्ज किया हुआ है।

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