अंबाला में भाकियू चढ़ूनी और भाईचारा गुट आमने-सामने, संयुक्त मोर्चा बोला- गलत लोगों पर हुई एफआइआर

अंबाला में भाकियू भाईचारा गुट के प्रधान नरपत राणा पर अंबाला में राजनीति गर्मा गई है। हमले के विरोध में भाईचारा गुट ने प्रदर्शन किया। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की। वहीं संयुक्त मोर्चा ने एफआइआर रद करने की मांग की है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 05:27 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 05:27 PM (IST)
अंबाला में भाकियू चढ़ूनी और भाईचारा गुट आमने-सामने, संयुक्त मोर्चा बोला- गलत लोगों पर हुई एफआइआर
शहजादपुर के महाराणा प्रताप चौक पर एकत्रित भाकियू भाईचारा गुट के सदस्य।

संवाद सहयोगी, शहजादपुर (अंबाला)। शनिवार को शहजादपुर अनाज मंडी में हुए विवाद के बाद अब दो गुट आमने सामने हो गए हैं। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) भाईचारा गुट ने जहां महाराणा प्रताप चौक पर एकत्रित होकर आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की है, वहीं भाकियू संयुक्त मोर्चा ने दावा किया है कि जिन पर केस दर्ज किया गया है, वे वहां मौजूद ही नहीं थे। मोर्चा ने यह मामला रद करने की मांग उठाई है। दोनों स्थानों पर पुलिस ने पहुंचकर लोगों का आश्वासन दिया कि जो भी नियम अनुसार कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।

भाकियू भाईचारा गुट का प्रदर्शन, आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग

शहजादपुर में भाकियू भाईचारा गुट के प्रदेश अध्यक्ष नरपत राणा के नेतृत्व में महाराणा प्रताप चौक पर प्रदर्शन किया। काफी संख्या में किसान एकत्रित हुए और उन किसानों को गिरफ्तार करने की मांग की, जिन्होंने उनके गुट के सदस्यों को डंडों से पीटा। लोगों के एकत्र होने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। नरपत राणा का कहना है कि वे संयुक्त मोर्चा का विरोध करेंगे। जिन लोगों नाम एफआइआर में दर्ज हैं, उनको जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। इस दौरान मौके पर पहुंचे डीएसपी अनिल कुमार ने किसानों को आश्वासन दिया कि जो भी नियम अनुसार कार्रवाई होगी वह की जाएगी। आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आश्वासन के बाद किसान शांत हुए। इस दौरान अनिल कुमार बागवाली, मदन पाल राणा, संजू महात्मा, अशोक पाल विक्की राणा आदि मौूजद रहे।

संयुक्त मोर्चा बोला - जिनके नाम केस में, वे मौके पर थे ही नहीं

रविवार को ही शहजादपुर अनाज मंडी में भाकियू संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने मीटिंग की। काफी संख्या में किसान एकत्रित हुए। इस दौरान किसान मोर्चा के प्रधान विनोद राणा ने कहा कि जिन लोगों के नाम एफआइआर में दर्ज किए गए हैं, वे तो मौके पर मौजूद ही नहीं थे। ये सभी तो एक लंगर सेवा में भाग लेने गए थे। यह एफआइआर झूठी है और इसको तुरंत ही रद किया जाए। इस दौरान किसानों के बीच पहुंचे एसएचओ शहजादपुर जसवंत सिंह ने किसानों से बात की और कहा कि नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी। मामले की पूरी जांच होगी और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उस पर ही पुलिस अपी कार्रवाई आगे बढ़ाएगी।

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