धमकी की नहीं परवाह, गबन के खुलासे पर अडिग बक्खा सिंह

जागरण संवाददाता, पानीपत : जज्बा हो तो निरक्षरता भी एक बार पीछे छूट सकती है। बुजुर्ग बक्खा सि

By Edited By: Publish:Thu, 11 Aug 2016 01:58 AM (IST) Updated:Thu, 11 Aug 2016 01:58 AM (IST)
धमकी की नहीं परवाह, गबन के खुलासे पर अडिग बक्खा सिंह

जागरण संवाददाता, पानीपत : जज्बा हो तो निरक्षरता भी एक बार पीछे छूट सकती है। बुजुर्ग बक्खा सिंह दो वर्षो से 100 से अधिक आरटीआइ लगा कर बोहली पंचायती फंड में हुए गबन का खुलासा करवाने पर अडिग हैं। पीएमओ कार्यालय में शिकायत के बाद पानीपत प्रशासन हरकत में आया। आनन फानन जांच शुरू करवा दी। धमकी तक की परवाह नहीं है।

बोहली गांव निवासी सरदार बक्खा की उम्र 65 वर्ष के करीब है। खेतीबाड़ी में लगे रहने से शिक्षा हासिल नहीं कर सके। रिफाइनरी औद्योगिक प्रतिष्ठान ने पंचायत की भूमि ले ली। बोहली से लगती सैकड़ों हैक्टेयर रकबा का मुआवजा पंचायत के खाते में जमा करवा दिया गया। जैसे-जैसे भूमि का अधिग्रहण हुआ खाते में रकम बढ़ती गई। तत्कालीन सरपंच के नाम से खाते में 12 करोड़ की राशि जमा हो गई। आरोप है कि सरपंच ने कुछ पैसे निकाल कर गांव में विकास कार्य करवाए लेकिन मोटी रकम हड़प ली। बुजुर्ग बक्खा सिंह ने कुछ ग्रामीणों से बातचीत कर इसकी शिकायत कर दी। उपायुक्त, डीडीपीओ व बीडीओ कार्यालय में आरटीआइ लगा दिया। इससे पहले आरटीआइ के बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी भी नहीं थी।

पीएमओ भेजी शिकायत

फंड गबन की शिकायत में पानीपत से लेकर चंडीगढ़ तक जब कोई कार्रवाई न होते देखा तो निरक्षर होने के बावजूद एक पत्र तैयार करवा कर पीएमओ कार्यालय को भेज दिया। कुछ दिन के बाद उन्हें जवाब आया कि पानीपत प्रशासन इस पर कार्रवाई करेगा। दो वर्ष पहले जांच कार्य शुरू किया गया लेकिन इसे दबा दिया गया। वर्तमान उपायुक्त डॉ. चंद्रशेखर ने भी रिकार्ड मंगवाया है। इसकी जांच फिर से शुरू करवा दी। सीएम विंडो पर आधा दर्जन से अधिक बार शिकायत दे चुके हैं।

संघर्ष करते रहेंगे

दैनिक जागरण से खास बातचीत में बुजुर्ग सरदार बक्खा सिंह ने बताया कि सूचना के अधिकार के बारे में किसी ग्रामीण ने बताया। पंचायती फंड गबन उनसे सहन नहीं हुआ। आरटीआइ लगा दी। सरपंच व नेताओं के गुर्गे उन्हें आवेदन उठाने की धमकी दी। लेकिन खुलासा होने तक अपने कदम पर अडिग रहेंगे। बुजुर्ग आरटीआइ कार्यकर्ता ने बताया कि इस केस का खुलासा करवाने के लिए पानीपत से लेकर चंडीगढ़ तक एक कर दिया है। करोड़ों का फंड सबने मिल कर खाया है। इस फंड से बड़ी बड़ी कोठियां व जमीन खरीदी है। खुलासा करवा कर ही दम लेंगे।

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