Dengue Alert: पानीपत में डेंगू का प्रकोप, कोरोना जैसे लक्षण, बुखार होने पर जांच जरूर कराएं

पानीपत में डेंगू के लगातार केस मिल रहे हैं। अब नौ केस सामने आए। अब तक 92 मरीज मिल चुके हैं। वहीं चिकित्‍सकों का कहना है कि डेंगू और कोरोना के लक्षण एक तरह के हैं। ऐसे में बुखार हाेने पर जांच जरूर कराएं।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 04 Oct 2022 09:05 AM (IST) Updated:Tue, 04 Oct 2022 09:05 AM (IST)
Dengue Alert: पानीपत में डेंगू का प्रकोप, कोरोना जैसे लक्षण, बुखार होने पर जांच जरूर कराएं
पानीपत में डेंगू का कहर बढ़ रहा है।

पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत में कोरोना के केस कम हुए तो डेंगू बुखार से ग्रस्त कंफर्म मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक डेंगू बुखार से पीड़ित नौ और मरीज मिले हैं। इनमें एक जिला कैथल का निवासी है। बुखार पीड़ितों में सात पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। पाजिटिव मरीजों का आरडीटी (रेडिकल ट्रीटमेंट) शुरू करा दिया गया है।

शहर क्षेत्र में फागिंग के लिए 129 लीटर दवा मिली है। डिप्टी सिविल सर्जन (वैक्टर बोर्न डिजीज) डा. सुनील संडूजा ने बताया कि गांव अजीजुल्लापुर में 48 साल की महिला, 32 साल का युवक डेंगू बुखार से ग्रस्त मिला है। माडल टाउन में 24 साल का युवक, मतलौडा में 50 साल का पुरुष, पट्टी कल्याणा में 51 साल का पुरुष डेंगू पाजिटिव है। सब्जी मंडी में 31 साल का युवक, समालखा में 50 वर्षीया और माडल टाउन में 40 साल की महिला डेंगू बुखार से ग्रसत मिली हैं। डा. संडूजा के मुताबिक कैथल निवासी एक व्यक्ति सेक्टर 13-17 में किराये के घर में रहता था। यहां उसे बुखार आया तो वह कैथल चला गया। जांच कराई तो रिपोर्ट डेंगू पाजिटिव मिली।

विभाग के स्वास्थ्य सुपरवाइजर जसमेर सिंह ने बताया कि सेक्टर 13-17 सहित अन्य मरीजों के घर के आसपास 60 घरों के आसपास टेमीफोस दवा का स्प्रे शुरू करा दिया है। एंटी लार्वा एक्टिविटी(पानी में पनपा मच्छर का लार्वा को नष्ट करना) भी कराई जा रही है। क्षेत्र में मिल रहे बुखार के मरीजों के खून की स्लाइड बनाई जा रही हैं।

साल-दर-साल मिले डेंगू के केस

2017-469

2018-133

2019- 04

2020-272

2021-287

2022 -91 तीन अक्टूबर तक

कोरोना और डेंगू के लक्षण एक जैसे

डेंगू बुखार के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर पर दाने, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द शामिल हैं। ऐसे ही लक्षण कोरोना संक्रमितों में भी देखे गए हैं। ऐसे में बिना जांच यह पता लगाना मुश्किल है कि डेंगू बुखार है या कोरोना। प्लेटलेट्स भी दोनों कारणों से कम होती हैं। डा. संडूजा ने मरीजों को चिकित्सक के परामर्श अनुसार जांच और इलाज कराने की सलाह दी है।

डिमांड के मुताबिक कम मिली दवा

शहर क्षेत्र में फागिंग के लिए दवा स्वास्थ्य विभाग मुहैया कराता है। दवा का स्टाक न होने के कारण कई माह से फागिंग कार्य बंद है। विभाग ने 200 लीटर दवा की मांग भेजी थी। फिलहाल 54 लीटर साइफेनोथ्रिन व 75 लीटर पाइरेथ्रिन दवा मिली है। संक्रमित मरीज मिलने पर होने वाली एक्टिविटी में टेमीफोस दवा का स्प्रे किया जाता है।

डेंगू बुखार के लक्षण

-ठंड लगने से तेज बुखार।

-मासपेशियों व जोड़ों में दर्द।

-कमजोरी, भूख न लगना।

-त्वचा पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज।

ऐसे करें मच्छरों से बचाव

-सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करें।

-खिड़की दरवाजों में नेटिंग होनी चाहिए।

-घर-आसपास पानी को एकत्र न होने दें।

-शरीर को ढ़कने वाले कपड़े पहनें।

-बुखार आने पर तुरंत जांच कराएं।

-जलभराव है तो उसमें काला तेल डालें।

-पानी की होदी-टंकी पर ढक्कन जरूर लगाएं।

प्लेटलेट्स 20 हजार पहुंच जाएं तो खतरा

डेंगू बुखार और कोरोना के कारण शरीर में सफेद रक्त कणिकाएं और प्लेटलेट काउंट में गिरावट संभावित है। स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट की संख्या आम तौर पर डेढ़ से चार लाख के बीच रहती है। मरीजों में यह संख्या घटकर 20 से 40 हजार तक आ सकती है। ऐसे में मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ानी पड़ सकती है। लापरवाही करने पर मरीज की जान भी जा सकती है।

सिविल अस्पताल में सोमवार की ओपीडी 1200 पार

सिविल अस्पताल में सोमवार को विभिन्न ओपीडी में 1200 से अधिक मरीज पहुंचे। सबसे अधिक भीड़ मेडिसिन ओपीडी में रही। बुखार के मरीजों की संख्या भी 80 से अधिक रही। नाक-कान-गला विशेषज्ञ अवकाश पर होने के कारण 150 से अधिक मरीज निराश लौट गए। गनीमत रही कि अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे सुविधा सुचारू रही। अस्पताल की कतार में लगे मरीज कोविड गाइडलाइन का पालन भी नहीं कर रहे थे।

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