बदले पैटर्न और फ्रेंडली मूल्यांकन ने दिलाए बेहतर अंक

शिक्षा के क्षेत्रीय बोर्ड की अपेक्षा में बीते कुछ वर्षों में केंद्रीय बोर्ड के विद्यार्थियों ने 10वीं और 12वीं में बेहतर अंक प्राप्त किए हैं। सीबीएसई 12वीं के नतीजों में 95 फीसद से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों में 120 फीसद की वृद्धि हुई है। शिक्षाविदों ने इसका मुख्य कारण सीबीएसई के 10वीं व 12वीं के बदले परीक्षा पैटर्न और फ्रेंडली मूल्यांकन के साथ प्रतिस्पर्धा की दौड़ में बच्चों का अधिक मेहनती होना बताया है। हालांकि 12वीं में अधिक अंक पाने के कारण विद्यार्थियों की जिले से बाहर के उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश की राह मुश्किल होगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 07:40 AM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 07:40 AM (IST)
बदले पैटर्न और फ्रेंडली मूल्यांकन ने दिलाए बेहतर अंक
बदले पैटर्न और फ्रेंडली मूल्यांकन ने दिलाए बेहतर अंक

कपिल पूनिया, पानीपत :

हरियाणा बोर्ड की अपेक्षा में बीते कुछ वर्षों में सीबीएसई के विद्यार्थियों ने 10वीं और 12वीं में बेहतर अंक प्राप्त किए हैं। सीबीएसई 12वीं के नतीजों में 95 फीसद से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों में 120 फीसद की वृद्धि हुई है। शिक्षाविदों ने इसका मुख्य कारण सीबीएसई के 10वीं व 12वीं के बदले परीक्षा पैटर्न और फ्रेंडली मूल्यांकन के साथ प्रतिस्पर्धा की दौड़ में बच्चों का अधिक मेहनती होना बताया है। हालांकि 12वीं में अधिक अंक पाने के कारण विद्यार्थियों की जिले से बाहर के उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश की राह मुश्किल होगी। ---फोटो---16

सीबीएसई से 10वीं और 12वीं का परीक्षा पैटर्न और मूल्यांकन दोनों फ्रेंडली किए हैं। अब विद्यार्थियों के पास पूरे अंक लाने के अवसर बढ़ गए हैं। इसके साथ बच्चों में बेहतर करने को लेकर प्रतिस्पर्धा बढ़ी हैं। इन तीनों कारणों से सीबीएसई 10वीं और 12वीं में बच्चे बेहतर अंक प्राप्त कर रहे हैं। इससे स्कूल का नाम रोशन हो रहा और बच्चों को और बेहतर करने की प्रेरणा मिल रही है।

डॉ. अजय कुमार गर्ग, प्राचार्य आइबी पीजी कॉलेज। ---फोटो---16ए

सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं में लंबे प्रश्नों के स्थान पर वैकल्पिक प्रश्नों की संख्या बढ़ा दी है। बड़े प्रश्नों की अपेक्षा छोटे प्रश्नों पर पूरे अंक मिलते हैं। वैसे भी सीबीएसई मूल्यांकन के दौरान क्षेत्रीय शिक्षा बोर्ड की तरह पूरे अंक प्रदान करने में हिचकिचाता नहीं है। जिसका लाभ परीक्षार्थी को पूरे अंकों के रूप में मिल रहा है। यही कारण है कि बीते कुछ वर्षों में 90 और 95 फीसद अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या कई गुना बढ़ी है।

डॉ. जगदीश गुप्ता, प्राचार्य आर्य पीजी कॉलेज।

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सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा के करीब सभी विषयों में आंतरिक मूल्यांकन की व्यवस्था की हुई है। 20 अंकों के आंतरिक मूल्यांकन में बच्चा अधिक से अधिक अंक प्राप्त करता है। इसके साथ परीक्षा के बदले पैटर्न के अनुसार अब वैकल्पिक प्रश्नों की संख्या बढ़ी है। जिससे विद्यार्थी पूरे अंक लाने में सफल हो रहे हैं। इसके साथ स्कूलों में प्रतिस्पर्धा के कारण शिक्षक और बच्चे दोनों अधिक मेहनत कर रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप बोर्ड विद्यार्थियों के प्राप्तांक पहले से और बेहतर हुआ है।

सबिता चौधरी, नोडल अधिकारी सीबीएसई। सीबीएसई 12वीं में मुख्य स्कूलों का प्रदर्शन

एसडीवीएम हुडा

-66 विद्यार्थियों ने 100 में से 100 अंक प्राप्त किए

-124 विद्यार्थियों को 90 फीसद से अधिक अंक मिले

-40 फीसद विद्यार्थियों ने 80 फीसद से अधिक अंक प्राप्त किए दयाल सिंह पब्लिक स्कूल

-सभी 107 विद्यार्थियों ने फ‌र्स्ट डिविजन हासिल की

-79 विद्यार्थियों ने मेरिट में जगह बनाई द मिलेनियम पब्लिक स्कूल

-कुल 70 में से 32 विद्यार्थियों ने 90 फीसद से अधिक अंक प्राप्त किए

-18 विद्यार्थियों ने 80 से 90 फीसद अंक हासिल किए

-15 विद्यार्थियों ने 70 से 80 फीसद अंक प्राप्त किए डा. एमकेके पब्लिक स्कूल

-सभी 198 विद्यार्थी सफल हुए

-11 विद्यार्थियों ने 100 में से 100 अंक प्राप्त किए डीएवी पुलिस लाइन

-ओवरऑल रिजल्ट 98.31 फीसद रहा

-29 विद्यार्थियों को 90 फीसद से अधिक अंक मिले

-63 विद्यार्थियों ने 80 फीसद से अधिक अंक प्राप्त किए

-98 विद्यार्थियों ने 70 व 110 विद्यार्थियों ने 60 फीसद से अधिक अंक हासिल किए

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