हरियाणा का बड़ा फैसला: किसान, मजदूर और आढ़तियों का भी दस लाख का बीमा

हरियाणा सरकार ने कोरोना संकट के कारण बड़ा फैसला किया है। राज्‍य में अब किसानों श्रमिकों और आढ़तियों का 10 लाख रुपये का बीमा होगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 23 Apr 2020 08:34 AM (IST) Updated:Thu, 23 Apr 2020 09:10 AM (IST)
हरियाणा का बड़ा फैसला: किसान, मजदूर और आढ़तियों का भी दस लाख का बीमा
हरियाणा का बड़ा फैसला: किसान, मजदूर और आढ़तियों का भी दस लाख का बीमा

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा की मंडियों में अनाज लेकर पहुंच रहे किसानों, मजदूर, आढ़तियों और खरीद एजेंसियों के अधिकारियों व कर्मचारियों का 10 लाख रुपये का बीमा होगा। कोरोना वायरस से मौत की स्थिति में यह रकम मिलेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खरीद प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों को कोरोना वारियर्स-दो का नाम देते हुए बीमा योजना का एलान किया है, जो रबी फसलों की खरीद पूरी होने तक यानी 30 जून तक जारी रहेगा।

सीएम का ऐलान, खरीद एजेंसियों के अधिकारियों व कर्मचारियों को भी मिलेगा लाभ

मुख्यमंत्री ने 'हरियाणा आज' कार्यक्रम के तहत आमजन से रू-ब-रू होते हुए यह घोषणा की। खरीद प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे विपक्षी दलों को आईना दिखाते हुए सीएम ने कहा कि पिछले साल जहां करीब 425 मंडियां थी, वहीं इस साल 1800 से अधिक मंडियां व खरीद केंद्र बनाए गए हैं।

गेहूं खरीद में पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आगे पहुंचा हरियाणा 

उन्‍होंने कहा कि महामारी में हर किसान की फसल का दाना-दाना खरीद लें और शारीरिक दूरी का भी पालन होता रहे, यह फैसला इसलिए लिया गया है। उन्होंने कहा कि मंडियों में किसी राजनेता को दौरा करने की छूट नहीं दी जाएगी क्योंकि इससे लॉकडाउन के निर्धारित मानकों के टूट ने का खतरा रहता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तमाम दिक्कतों के बावजूद गेहूं खरीद में हरियाणा पड़ोसी राज्यों से आगे है। पिछले तीन  दिनों में गेहूं की चार लाख मीट्रिक टन की आवक हुई है, जबकि इस दौरान पंजाब में 50 हजार टन, उत्तर प्रदेश में 98 हजार तथा राजस्थान में 42 हजार टन ही गेहूं खरीदा गया।

कोरोना से बचाव में हरियाणा पहले पायदान पर

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से जंग में हरियाणा के हालात देश में सबसे अच्छे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर जहां प्रति दस लाख लोगों पर 289 लोगों के टेस्ट हो रहे, वहीं प्रदेश में 511 लोगों की जांच हो रही है। राष्ट्रीय स्तर पर हर सात दिन में मरीज दोगुने हो रहे और हरियाणा में 14 दिन में। पूरे देश में जहां मरीजों के ठीक होने की दर 18 फीसद है, वहीं प्रदेश में 58 फीसद लोग ठीक हुए हैं। 22 में से तीन जिलों में कोई मरीज नहीं मिला। 13 जिलों में दस से कम मरीज आए और सिर्फ छह जिलों में दस से ज्यादा मरीज मिले हैं। पूरे देश में जहां अभी तक 19 हजार 984 लोग संक्रमित हुए और 640 की मौत हुई, वहीं हरियाणा में 260 मरीज मिले और सिर्फ तीन की मौत हुई है। 153 लोग ठीक हो चुके हैं।

आढ़तियों से विनम्र अपील, विकल्प भी खुले

सीएम ने खरीद में रोड़े अटका रहे आढ़तियों से विनम्र अपील की तो साथ ही विकल्प खुले होने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि संकट के इस मौके पर आढ़तियों को फसल खरीद में सहयोग करना चाहिए। यह समय विरोध का नहीं है। आढ़तियों की इस मांग को सरकार ने मान लिया है कि गेहूं की पेमेंट आढ़तियों के माध्यम से ही किसानों के खातों में जमा होगी आढ़तियों को किसानों से जो पैसा लेना है, वे लिखकर उसे कटवा लें। बाकी पैसा सीधा किसानों के खातों में जमा करवा दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अगर फिर भी आढ़तियों ने आनकानी की तो सरकारी एजेंसियां सीधे फसल खरीदेंगी। इसमें ग्राम पंचायतों व सरपंचों का सहयोग लिया जाएगा। ऐसी मंडियों में सरकार आढ़त के अस्थायी लाइसेंस भी देगी। प्रदेश में करीब 16 हजार करोड़ का गेहूं किसानों से खरीदा जाना है जिस पर आढ़तियों को भी आढ़त के रूप में लगभग 400 करोड़ रुपये मिलेंगे।

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