भोलेशंकर को बिना कांवड़ चढ़ाए रिझाएंगे श्रद्धालु

इस बार महाशिवरात्रि पर भोले शंकर को बिना कांवड़ चढ़ाए ही श्रद्धालु रिझाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Jul 2020 05:52 PM (IST) Updated:Sat, 18 Jul 2020 05:52 PM (IST)
भोलेशंकर को बिना कांवड़ चढ़ाए रिझाएंगे श्रद्धालु
भोलेशंकर को बिना कांवड़ चढ़ाए रिझाएंगे श्रद्धालु

जागरण संवाददाता, नारनौल:

इस बार महाशिवरात्रि पर भोले शंकर को बिना कांवड़ चढ़ाए ही श्रद्धालु प्रसन्न करने का प्रयास करेंगे। कोविड-19 ने हमारे धर्म, त्योहार और आयोजन में बहुत बदलाव ला दिया है। पहली बार सावन माह में बम बम भोले के लिए दस पंद्रह दिन पहले से लगने वाले जयकारे गायब हैं। सावन माह में शिवालयों और अन्य मंदिरों में बजने वाली घंटियों और सामूहिक आरती के बिना प्रभु की आराधना हो रही है। रविवार को महाशिवरात्रि पर भी मंदिरों में आने जाने वाले श्रद्धालुओं पर प्रशासन और मंदिर कमेटी की विशेष निगरानी होगी। मंदिर में पूजा अर्चना करने आ रहे हैं तो एक बार में पांच से अधिक व्यक्ति को प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा, मुंह पर मास्क पहनना जरूरी, एक दूसरे के बीच कम से कम दो गज की दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा। यदि ऐसा नहीं कर रहे हैं तो न केवल मंदिर प्रबंधन कमेटी पर बल्कि श्रद्धालुओं पर भी कार्रवाई हो सकती है। सरकार की ओर से महाशिवरात्रि के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की हुई है। इसके लिए सभी पूजा स्थल या मंदिर प्रबंधन समिति को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा चार जून को धार्मिक संस्थानों के लिए एसओपी जारी की गई। उसका सख्ती से पालन करना होगा।

रात दस बजे तक कर सकते हैं जलाभिषेक:

महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर रविवार को सुबह पांच से रात दस बजे तक मंदिरों को खोलने की छूट दी गई है। मंदिर प्रबंधन समिति को मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए विशेष व्यवस्था सहित सरकार द्वारा जारी हिदायतों की पालना करनी होगी। मंदिर में सामूहिक आरती व पूजा नहीं कर सकेंगे। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को भीड़ एकत्रित नहीं हो इसके लिए एक-एक करके दो गज की दूरी के साथ पूजा कर सकेंगे। श्रद्धालुओं को प्रसाद व लंगर बांटने की अनुमति नहीं मिलेगी। पवित्र जल बांटने व छिडकने की अनुमति भी नहीं होगी।

टोकन सिस्टम से कर सकेंगे श्रद्धालु प्रवेश:

प्रबंधन समिति मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को टोकन के माध्यम से पांच से अधिक श्रद्धालुओं को एक साथ प्रार्थना के लिए मंदिर में प्रवेश करने से रोक सकेंगे। मंदिर परिसर में दो गज की दूरी बनाए रखना और फेस मास्क पहनना जरूरी है।

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महाशिवरात्रि पर मंदिर प्रबंधक समिति यह सुनिश्चित करेगी कि आने वाले भक्त तथा वहां मौजूद कर्मचारी दो गज की दूरी बनाए रखेंगे और सभी मास्क भी पहनेंगे। सामूहिक आरती नहीं होगी। केवल एकल पूजा ही होगी। किसी प्रकार के लंगर या प्रसाद वितरण पर रोक रहेगी। आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। आमजन से भी अपील है कि वे इस दौरान दो गज की दूरी बनाए रखें और मास्क लगाकर रखें ताकि करोना महामारी से बचाव हो सके।

- आरके सिंह, उपायुक्त।

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