आरटीए सचिव के लिखित आश्वासन के बाद टली हड़ताल

रोडवेज कर्मचारियों द्वारा चक्का जाम की कॉल आरटीए सचिव के आश्वासन के बाद टल गई। रोडवेज महाप्रबंधक अश्विनी कुमार डोगरा और आरटीए सचिव निशांत यादव की बैठक हुई। जिसमें रोडवेज और परिवहन समिति के कर्मचारियों के मामले को रखा गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Aug 2018 09:27 PM (IST) Updated:Tue, 14 Aug 2018 09:27 PM (IST)
आरटीए सचिव के लिखित आश्वासन के बाद टली हड़ताल
आरटीए सचिव के लिखित आश्वासन के बाद टली हड़ताल

जासं, करनाल : रोडवेज कर्मचारियों द्वारा चक्का जाम की कॉल आरटीए सचिव के आश्वासन के बाद टल गई। रोडवेज महाप्रबंधक अश्विनी कुमार डोगरा और आरटीए सचिव निशांत यादव की बैठक हुई। जिसमें रोडवेज और परिवहन समिति के कर्मचारियों के मामले को रखा गया।

रोडवेज कर्मचारियों द्वारा यह बात रखी गई थी कि निजी बसों का परमिट में मंगलौरा गांव तक बसें ले जाने का है जबकि पुल पर जाने का कोई प्रावधान है ही नहीं लेकिन वह इससे आगे जा रहे हैं।

आरटीए ने रोडवेज कर्मचारियों को लिखित में पत्र जारी कर आश्वासन दिया कि परमिट में हो रही गड़बड़ी के कारण यह दिक्कत आई है। इसको दूर कराया जा रहा है। निजी बसों का जो रूट निर्धारित है, वह उसी पर चलेंगी। हरियाणा ज्वाइंट एक्शन कमेटी के प्रदेश महासचिव रेवती रमन ने कहा कि आश्वासन के बाद हड़ताल की कॉल को वापस ले लिया गया है। फिलहाल 10 दिन का टाइम भी दिया है। यदि निजी बस चालक मनमर्जी से बाज नहीं आते तो चक्का जाम फिर से किया जा सकता है। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

chat bot
आपका साथी