21 दिसंबर की जगह अब 4 जनवरी को होगी अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग

नगर परिषद प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ 21 दिसंबर को अविश्वास प्रस्ताव के लिए होने वाली मीटिग अब चार जनवरी को होगी। मीटिग का एजेंडा निर्धारित समय में पार्षदों के पास नहीं पहुंचने के कारण बैठक की तिथि दोबारा रखी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Dec 2020 07:10 AM (IST) Updated:Thu, 17 Dec 2020 07:10 AM (IST)
21 दिसंबर की जगह अब 4 जनवरी को होगी अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग
21 दिसंबर की जगह अब 4 जनवरी को होगी अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग

जागरण संवाददाता, जींद : नगर परिषद प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ 21 दिसंबर को अविश्वास प्रस्ताव के लिए होने वाली मीटिग अब चार जनवरी को होगी। मीटिग का एजेंडा निर्धारित समय में पार्षदों के पास नहीं पहुंचने के कारण बैठक की तिथि दोबारा रखी गई है। डीसी डा. आदित्य दहिया ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग कराने के लिए जिला परिषद के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) दलबीर सिंह की ड्यूटी लगाई हुई है। सीईओ ने छह दिसंबर को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग के लिए 21 दिसंबर को मीटिग बुलाने की तिथि तय की थी।

नगर परिषद को इसका एजेंडा नियमानुसार बैठक से 14 दिन पहले भेजना था, लेकिन नगर परिषद की तरफ से पार्षदों को एजेंडा नहीं भेजा गया। ये सब सीईओ और नगर परिषद अधिकारियों के बीच असमंजस को लेकर रहा। सीईओ की तरफ से एजेंडा भेजने के लिए नगर परिषद को चिट्ठी भेजी गई थी, जो नगर परिषद ईओ (कार्यकारी अधिकारी) को नहीं मिली। नगर परिषद के स्टाफ सीईओ की तरफ से इस संबंध में मेल आने का इंतजार करते रहे। निर्धारित समय में एजेंडा की कॉपी पार्षदों तक नहीं भेजी जा सकी, जिस कारण सीईओ की तरफ से दोबारा मीटिग की तिथि रखी गई।

---------------

प्रधान के पाले में हैं 12 पार्षद

प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए 18 सितंबर को 21 पार्षदों की तरफ से डीसी को शपथ पत्र सौंपे गए थे। प्रधान को कुर्सी से हटाने के लिए विरोधी खेमे को 21 पार्षदों का बहुमत चाहिए। जबकि उनके पास 19 पार्षद हैं। वहीं प्रधान को कुर्सी बचाने के लिए एक तिहाई यानि 10 पार्षदों का बहुमत चाहिए और उनके पास 12 पार्षद हैं।

---------------

पार्षदों को एजेंडा भिजवाया

सीईओ दलबीर सिंह ने बताया कि पार्षदों के पास एजेंडा की कॉपी नहीं पहुंचने के कारण दोबारा मीटिग की डेट रखी गई है। अब ये मीटिग चार जनवरी को होगी। जिसका एजेंडा पार्षदों को भिजवाने के लिए नगर परिषद को कहा गया है।

chat bot
आपका साथी