हिसार में बाल सुधार गृह से भागे 17 बाल कैदियों में से 3 पकड़े, बड़ी खतरनाक है इनकी हिस्‍ट्री

बाल कैदियों को शाम के भोजन के लिए बाहर निकाला था। पहले से ही हमले की फिराक में तैयार बाल कैदियों ने जेल सुपरिटेंडेंट समेत तीन सुरक्षाकर्मियों पर हमलाकर कर दिया। कैदियों ने जेल वार्डरों से चाबी छीनी और मेन गेट का ताला खोलकर भाग निकले।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 12 Oct 2020 10:52 PM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 12:32 PM (IST)
हिसार में बाल सुधार गृह से भागे 17 बाल कैदियों में से 3 पकड़े, बड़ी खतरनाक है इनकी हिस्‍ट्री
हिसार में बाल सुधार गृह से 17 बाल कैदियों के भागने का मामला सामने आया है

हिसार, जेएनएन। हिसार में बरवाला रोड स्थित बाल सुधार गृह से सोमवार शाम 17 बाल कैदी फरार हो गए। इनकी क्राइम हिस्‍ट्री बेहद खतरनाक है। 17 में से 8 कैदी हत्‍या, दुष्‍कर्म और लूट जैसी वारदात कर चुके हैं। बाल कैदियों को शाम के भोजन के लिए बाहर निकाला था। पहले से ही हमले की फिराक में तैयार बाल कैदियों ने जेल सुपरिटेंडेंट समेत तीन सुरक्षाकर्मियों पर हमलाकर कर दिया। कैदियों ने जेल वार्डरों से चाबी छीनी और मेन गेट का ताला खोलकर भाग निकले।बाल कैदियों को शाम के भोजन के लिए बाहर निकाला था।

पहले से ही हमले की फिराक में तैयार बाल कैदियों ने जेल सुपरिटेंडेंट समेत तीन सुरक्षाकर्मियों पर हमलाकर कर दिया। कैदियों ने जेल वार्डरों से चाबी छीनी और मेन गेट का ताला खोलकर भाग निकले। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मेन गेट की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी चंद्रकांत और तलविंद्र को सिर पर गहरी चोट आई है इनका सिविल अस्पताल में उपचार चल रहा है।

भागने वाले कैदियों में अधिकतर रोहतक व झज्जर जिले के हैं। इन पर हत्या व मारपीट जैसे केस में सजा काट रहे हैं। जेल से निकलकर सभी कैदी हरियाणा भूमि सुधार एवं विकास निगम (एचएलआरडीसी) के जंगलों की तरफ भाग निकले। जैसे ही कैदियों के भागने की सूचना हिसार पुलिस को मिली, तुरंत पूरे जिले व साथ लगते जिलों में सूचना भेज दी गई। हिसार में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी इन 17 कैदियों की तलाश में लगा दिए हैं। जगहों में भी पुलिस का एक दल भेजा गया है। इसके अलावा जिले के सभी नाके एक्टिव कर दिए हैं। इन सभी कैदियों द्वारा लूट व छीना झपटी की आशंका को देखते हुए सभी थानों व चौकियों को अलर्ट कर दिया है।

सोमवार की पूरी रात पुलिस प्रदेशभर में इन्‍हें ढूंढती रही। प्रदेश में कुछ जगहों पर लूट की वारदात भी हुई है। इन्‍हें इन आरोपितों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। साथ ही 3 बाल बंदियों को पकड़ भी लिया गया है। इनसे और भी पूछताछ की जा रही है। मंगलवार दाेपहर खुद डीसी प्रियंका सोनी बाल सुधार गृह का मुआयना करने पहुंची।

ज्ञात हो कि तीन साल पहले 12 जून 2017 को बाल सुधार गृह से छह कैदी फरार हो गए थे। इसमें से कुछ कैदी हत्या जैसी सहित संगीन वारदात में भी शामिल रहे थे। उस समय भी कैदी रास्ते में बाइक छीनकर भागे थे और कार छीनने का भी प्रयास किया था। खास बात यह है कि कैदियों ने भागने के लिए शाम के भोजन के समय को चुना था। सोमवार को भी शाम के खाने के समय इन कैदियों ने उसी योजना के अनुसार वारदात को अंजाम दिया और भाग निकले। ऐसे में जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।

ऐसे दिया घटना को अंजाम

शाम के सवा 6 बजे थे। सभी कैदियों को शाम के भोजन के लिए बैरक से बाहर निकाला गया। वहीं जेल के कर्मचारी खाना परोसने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान पहले से ही प्लाङ्क्षनग करके बैठे कैदियों ने अंदर बैठे सुपरिटेंडेंट के सिर पर हमला कर दिया। वह कुछ समझ पाता उससे पहले कैदियों ने धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और जेल के मुख्य गेट की तरफ भाग निकले। गेट पर तैनात पुलिस के दो जवानों ने कैदियों को रोकने का प्रयास किया तो दोनों के बीच सात से दस मिनट तक हाथापाई और डंडे चले। कैदियों की संख्या अधिक होने के कारण दोनों जवान घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। कैदियों ने एक जवान के जेब से गेट की चाबी निकाली और ताला खोलकर जंगल की तरफ भाग गए। इसके बाद लहूलुहान सुपरिटेंडेंट कुलदीप दौड़कर थाना सदर में पहुंचे और वहां से पुलिस बल के साथ कैदियों को खोजने के लिए निकल पड़े। काफी देर खोजने के बाद जब कैदी हाथ नहीं लगे तो इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को दी गई। एसपी ने आईजी को घटना से अवगत करवाया। आईजी ने पूरी रेंज की पुलिस को एक्टिव कर दिया।  

18 साल से कम उम्र के अपराधियों को रखा जाता है

बाल सुधार गृह में जेजे एक्ट लागू है। बाल सुधार गृह में 18 साल से कम उम्र के बाल अपराधियों को रखा जाता है। उद्देश्य यही रहता है कि उनमें सुधार लाया जाए। आपराधिक प्रवृति से मुक्ति पाकर बच्चे समाज की मुख्य धारा से जुड़कर नई ङ्क्षजदगी की शुरुआत कर सकें। ऐसे में जब कुख्यात अपराधी सुधार गृह में आते हैं तो न खुद सुधरते हैं और न ही अपने संपर्क में आने वालों को सुधरने देते हैं। ऐसा ही पिछले काफी समय से बाल सुधार गृह में चल रहा है।

यह मिलती है सुविधाएं

बाल सुधार गृह के हर बैरक में सोने के लिए सीमेंट से बने बैड, उस पर गद्दे और बिस्तर की सुविधा मिलती है। हर बैरक में डिश के साथ 32 इंच की एलसीडी लगी हुई है। ठंडी हवा देने के लिए कूलर व शीतल पेयजल मिल रहा है। इतना ही नहीं, दिन में तीन बार स्वादिष्ट खाना और चाय-बिस्कुट की सेवा अलग मिलती है।

----जेल से 17 कैदी फरार हुए हैं। खाना खाने के लिए रोजाना की तरह कैदियों को बाहर निकाला। इतने में कैदियों ने वार्डन पर हमला कर दिया। इसके बाद 17 कैदी मेन गेट की तरफ भागे और गेट की सुरक्षा में तैनात दो सिपाहियों पर हमला कर दिया और चाबी निकालकर ताला खोलकर भाग गए।

- कुलदीप शर्मा, जेल सुपरिटेंडेंड, बाल सुधार गृह, हिसार

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